-
1.65 लाख किसानों ने किया था पंजीकरण
मुंबई दि.20- प्रदेश में सरकारी खरीदी केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर तुअर (अरहर) बेचने के लिए किसानों में उत्साह नजर नहीं आ रहा है. राज्य में खरीदी केंद्रों पर तुअर बेचने के लिए 1 लाख 65 हजार किसानों ने ऑनलाईन पंजीयन कराया है. लेकिन एक महिने में केवल 1202 किसानों ने ही एमएसपी पर तुअर बेची है. राज्य सरकार के विपणन विभाग के एक अधिकारी ने बातचीत में कहा कि इस साल खुले बाजार में तुअर को प्रति क्विंटल 6 हजार रूपए तक का भाव मिल रहा है. जबकि इस खरीफ विपणन सीजन में तुअर की एमएसपी प्रति क्विंटल 6 हजार रूपए ही है.
इस वजह से बडी संख्या में पंजीयन के बावजूद किसान खरीदी केंद्रों पर तुअर बेचने के लिए नहीं आ रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि मार्च महिने में बाजार में तुअर का भाव गिरने के आसार हैं. इससे किसानों के मार्च में एमएसपी पर तुअर बेचने के लिए खरीदी केेंद्रों पर आने की संभावना है. विपणन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में नाफेड ने अलग-अलग चार एजेंसियों के माध्यम से तुअर खरीदी केंद्रोें को शुरू किया है.
-
28 लाख क्विंटल खरीदी का है लक्ष्य
अभी तक राज्य सहकारी पणन महासंघ ने 770 किसानोें से 7 हजार 865 क्विंटल तुअर, विदर्भ सहकारी पणन महासंघ ने 323 किसानों से 3 हजार 973.3 क्विंटल, पुणे के महाएफपीसी ने 90 किसानों से 821 क्विंटल और पृथाशक्ति एफपीसी (किसान उत्पादक कंपनी) ने 19 किसानों से 199 क्विंटल तुअर खरीदी है. अभी तक कुल 12 हजार 849.34 क्विंटल तुअर की खरीदी हुई है. ये आंकडे 17 फरवरी तक के हैं. जबकि राज्य में 28 लाख क्विंटल तुअर खरीदने का लक्ष्य है. राज्य में पिछले साल 28 दिसंबर से तुअर बेचने के लिए पंजीयन शुरू किया गया था. ेकिसानों से 20 जनवरी से खरीदी केंद्रों पर तुअर खरीदने की शुरूआत हुई है. इस साल खरीदी केंद्रों पर किसानों से 10 अप्रैल तक तुअर खरीदी जारी रहेगी.