विधायक तायडे की मध्यस्थता से अनशन समाप्त

दोनों डिपी निकालने के विधायक ने दिये आदेश

चांदूर बाजार /दि.14 – तहसील के खराला ग्राम के किसान द्वारा महावितरण कंपनी से परेशान होकर तहसील कार्यालय परिसर में आमरन अनशन शुरु किया गया था. शुक्रवार 13 जून को विधायक प्रवीण तायडे ने अनशन मंडप को भेंट देकर महावितरण कंपनी को उस किसान के खेत की दोनों डिपी निकालकर देने के बाद किसान ने अनशन समाप्त किया. संबंधित किसान का नाम खराला ग्राम निवासी सुधाकर डोक (78) है.
जानकारी के मुताबिक किसान सुधाकर डोक यह अपने परिवार का पालन-पोषण खेती पर ही करना है. कुछ वर्ष पूर्व उसके खेत में एक डिपी थी. लेकिन 2005 के दौरान राज्य सहित संपूर्ण तहसील में लोड शेडिंग का बडा संकट था. इस संकट से निजात पाने के लिए सिंगल फेज योजना महाराष्ट्र में चलाई गई थी. उस समय पुरानी डिपी रहते हुए भी नई डीपी भी उन्हीं के खेत में लगाई गई. उस समय दो माह के भीतर पुरानी डीपी निकालने का लिखित आश्वासन तत्कालीन सहायक अभियंता ने दिया था. पश्चात उन्होंने वह डीपी खेत से निकालने के लिए महावितरण कंपनी के पास अनेक बार प्रयास किया और व्यक्तिगत मुलाकात भी की. उस समय टालमटोल जवाब दिये गये. डीपी के कारण 20 साल से खेती के 4 से 4 गुंठे की जगह खाली रह रही है. उसकी आय करीबन प्रतिवर्ष 15 से 20 हजार रुपए है. किसान सुधाकर डोक का हर वर्ष उतना नुकसान हो रहा है. अब तक 3 से 4 लाख रुपए का उसका नुकसान हुआ है. इस कारण उन्होंने आमरन अनशन का मार्ग अपनाया था. शुक्रवार को विधायक प्रवीण तायडे ने अनशन मंडप को भेंट देकर अनशनकर्ता के साथ चर्चा की. पश्चात तत्काल महावितरण कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर संबंधित किसान के खेत से दोनों डीपी तत्काल निकालने के निर्देश दिये. पश्चात अनशनकर्ता किसान को नीबू शरबत पिलाकर अनशन छूडाया गया. इस अवसर पर तहसीलदार रामदास शेलके, महावितरण कंपनी के उपकार्यकारी अभियंता योगेश इंगोले, अविनाश सूर्यवंशी, भाजपा तहसील अध्यक्ष रमेश तायवाडे, टिकू अहीर, मुरली माकोडे, किरण सीनकर, विशाल तायवाडे तथा भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे.

Back to top button