महाराष्ट्र

पहली महिला मुस्लिम शिक्षिका थी फातिमा शेख

सावित्रीबाई फुले व ज्योतिबा फुले के साथ किया था कार्य

  • पुसद के फिरोज खान ने दी जानकारी

पुसद प्रतिनिधि/दि.9 – युवतियों व महिलाओं की शिक्षा में अहम योगदान देने वाली भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख की आज जयंती है. फातीमा शेख ने युवतियों खासकर दलितों व मुस्लिम समुदाय की युवतियो को शिक्षित करने का कार्य 1850 के दौर में किया था. आज फातिमा शेख के कार्यो की जानकारी उपलब्ध नहीं है. फातिमा शेख ने दलित महिलाओं को शिक्षित बनाने का प्रयास करने वाली सावित्रीबाई फुले और महात्मा फुले के साथ कार्य किया था और उन्हें भरपूर सहयोग प्रदान किया था. ऐसी जानकारी पुसद के फिरोज खान (एमए समाजशास्त्र) ने प्रेस विज्ञप्ती द्बारा दी.
फिरोज खान ने बताया कि जिस समय सावित्रीबाई फुले ने दलित समाज के उत्थान के लिए महिलाओं व युवतियो को शिक्षित बनाने का काम शुरु किया था तब उनका काफी विरोध हुआ था. जिसमें फुले दंपत्ति को फातिमा शेख ने अपने घर में जगह दी थी. सावित्रीबाई फुले ने जब पहला स्कूल शुरु किया उस समय बच्चों को पढाने के लिए शिक्षक नहीं मिल रहे थे ऐसे समय में फातिमा शेख ने उनकी सहायता कर स्कूल में बच्चों को पढाने का कार्य शुरु किया. उनके प्रयासों से मुस्लिम समुदाय की युवतियां भी स्कूल जाने लगी. उन्हें दलित-मुस्लिम एकता के सूत्रधारो में से एक माना जाता है ऐसी जानकारी फिरोज खान ने दी.

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