कक्षा 10 वीं की परीक्षा हेतु शुल्क वृद्धि
जुलाई-अगस्त में होने वाली पूरक परीक्षा से लगेगा नया शुल्क
पुणे/दि.10– राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा ली जाने वाली कक्षा 10 वीं के परीक्षा शुल्क को बढाने का निर्णय लिया गया है. जिसके चलते आगामी जुलाई-अगस्त माह में होने वाली पूरक परीक्षा तथा फरवरी-मार्च 2025 में होने वाली मुख्य परीक्षा के लिए नई दरों से परीक्षा शुल्क लिया जाएगा. जिसे लेकर तीव्र नाराजगी जतायी जा रही है.
राज्य शिक्षा मंडल की सचिव अनुराधा ओक ने नये परीक्षा शुल्क को लेकर एक परिपत्रक जारी किया है. जिसे राज्य शिक्षा मंडल के कार्यकारी मंडल द्वारा मंजूरी दी गई है. जिसके अनुसार अब नियमित परीक्षार्थियों को 470 रुपए परीक्षा शुल्क, 20 रुपए प्रशासकीय शुल्क, 20 रुपए अंकपत्रिका लैमिनेशन शुल्क, 20 रुपए प्रमाणपत्र शुल्क, 10 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क (शास्त्र विषय), 100 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क (तंत्र विषय), 130 रुपए निजी विद्यार्थी नाम पंजीयन शुल्क (सूचना पुस्तिका सहित) तथा निजी विद्यार्थी पंजीयन शुल्क 1,210 रुपए अदा करने होंगे. श्रेणी सुधार परीक्षा के लिए 930 रुपए परिक्षा शुल्क, 20 रुपए प्रशासकीय शुल्क, 20 रुपए अंकपत्रिका लैमिनेशन शुल्क, 100 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क अदा करना होगा. इसी तरह पुनर्परीक्षार्थी के लिए 470 रुपए परीक्षा शुल्क, 20 रुपए प्रशासकीय शुल्क, 20 रुपए अंकपत्रिका शुल्क, 10 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क (शास्त्र विषय) व 100 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क (तंत्र विषय) अदा करने होंगे.
इससे पहले वर्ष 2023 में 10 फीसद शुल्क वृद्धि की गई थी. जिसके तहत नियमित व पुनर्परीक्षार्थियों हेतु 420 रुपए परीक्षा शुल्क, 20 रुपए प्रशासकीय शुल्क, 20 रुपए अंकपत्रिका लैमिनेशन शुल्क, 20 रुपए प्रमाणपत्र शुल्क, 10 रुपए प्रात्याक्षिक परीक्षा शुल्क तथा निजी विद्यार्थियों हेतु 110 रुपए नाम पंजीयन आवेदन (सूचना पुस्तिका सहित) तथा 1,100 रुपए पंजीयन शुल्क तय किया गया था. साथ ही श्रेणी सुधार परीक्षा के लिए 840 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया था.
* 3 वर्ष में 10 फीसद शुल्क वृद्धि
राज्य शिक्षा मंडल ने वर्ष 2017 में की गई शुल्क वृद्धि के बाद अगले 6 वर्ष के दौरान कोई शुल्क वृद्धि नहीं की थी. जिसके चलते गत वर्ष सरकार के समक्ष शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव पेश किया गया था और सरकार ने 3 वर्ष तक प्रतिवर्ष 10 फीसद के हिसाब से शुल्क वृद्धि करने को मान्यता दी थी. इसके अनुसार शुल्क वृद्धि को लागू किया गया है, ऐसा राज्य शिक्षा मंडल द्वारा बताया गया है.