नागपुर/ दि.11 – शादीशुदा जीवन में मनमुटाव होने से अकेली रहने वाली महिला चिकित्सक ने खुद को जहरीला इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली. जरीपटका में गुरुवार की रात यह घटना सामने आयी. शुक्रवार को इस घटना के बारे में पता चला. मृत महिला चिकित्सक का नाम आकांक्षा अमृत मेश्राम बताया गया है.
सुखी संपन्न परिवार की आकांक्षा के पिता सेवानिवृत्त है. जबकि मां एलआईसी में है व भाई बंगलुरु में नौकरी करता है. एमबीबीएस, एमडी करने के बाद साला 2016 में आकांक्षा की शादी हुई थी. वह सोलापुर में सरकारी अस्पताल में नौकरी करती थी. सबकुछ ठिक ठाक चल रहा था, लेकिन कुछ दिनों बाद विवाहित जीवन में मनमुटाव आने से आकांक्षा और उसके पति ने आपसी सहमति से एक दूसरे से अलग होने का निर्णय लिया. इस दरमियान कोरोना की पहली लहर आने से आकांक्षा नागपुर लौटी. जरीपटका के नागसेन नगर में रहने वाले पिता के घर के उपरी मंजिल पर वह रहने लगी. जबकि माता-पिता नीचे रहते थे. गुरुवार की रात 9 बजने पर भी उसके कमरे से कोई आवाज नहीं आने से माता-पिता ने उसके रुम में जाकर देखा तो वह बेहोश पायी गई. उसके बाजू में चार से पांच सिरिंज पडी हुई थी. इनमें से दो सिरिंज खाली थी. माता-पिता ने तुरंत डॉक्टर को बुलाया. डॉक्टर ने आकांक्षा को मृत घोषित किया. जानकारी मिलते ही जरीपटका के थानेदार वैभव जाधव, पीएसआई नाईकवाडे अपने सहयोगियों के साथ घटनास्थल पहुंचे. इसके बाद शव को अस्पताल लाया गया. पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया हेै.