मुंबई/दि. 12 – पिछले डेढ़ साल से देश भर में पारिवारिक कलह के मामले बढ़ गए हैं. इसकी वजह यह है कि कोरोना के कारण काफी जगहों में लॉकडाउन है. इस वजह से बड़ी तादाद में पति ‘वर्क फ्रॉम होम’ कर रहे हैं. साथ ज्यादा रहने में मतभेद के लिए वजहें भी ज्यादा मिलती हैं. इससे पति-पत्नियों की किसी ना किसी मामले में तू-तू मैं-मैं हो जाती है. कई बार बात इस ‘तू-तू मैं-मैं’ से आगे बढ़ कर पत्नियों द्वारा पतियों को पीटे जाने तक पहुंच रही है. ऐसा नहीं है कि इस डेढ़ साल से पहले कभी कोई पति पत्नी द्वारा पिटा नहीं. लेकिन चिंता की बात यह है कि अब पत्नी द्वारा प्रताड़ित होने के मामले 6 गुना बढ़ गए हैं.
महाराष्ट्र के पुणे शहर में पिछले डेढ़ साल में घरेलू कलह के तीन हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं. इनमें 1535 पतियों ने पत्नियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया तो 1540 पत्नियों ने पतियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया. इन घरेलु कलह के ज्यादातर केस पुलिस ने ही सुलझा दिए. लेकिन कई केस कोर्ट तक भी पहुंचे. पुलिस का कहना है कि इनमें से की कपल तो ऐसे हैं जो डेढ़ साल से पहले कभी लड़ते ही नहीं थे. पति अपने ऑफिस जाकर खुश रहा करते थे और पत्नियां घरों में खुश रहती थीं. लेकिन लॉकडाउन में यह कम समय के लिए मिलना, और प्यार बने रहना वाला मामला गड़बड़ा गया है. अब वही कपल आपस में झगड़ने लगे हैं.
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पतियों पर ऐसे बढ़ा पत्नियों का अत्याचार
पुणे पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारियों के मुताबिक लॉकडाउन से पहले एक साल में 1283 लोगों ने पारिवारिक कलह की शिकायत दर्ज करवाई थी. इनमें पत्नियों की संख्या 791 और पतियों की संख्या 251 थी. लेकिन लॉकडाउन में यह आंकड़ा बढ़ कर 3075 हो गया. इनमें महिलाओं की संख्या 1540 और पुरुष की संख्या 1535 है. यानी शिकायत करने वाले पुरुषों की संख्या लॉकडाउन से पहले की तुलना में छह गुना ज्यादा बढ़ गई है.
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पत्नियों के खिलाफ शिकायतें कैसी-कैसी
पुणे पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारियों के मुताबिक कई बार शिकायतें मारपीट, गाली-गलौज की आती है तो कई बार ऐसी शिकायतें आती हैं कि पत्नी झगड़ा कर के मायके चली गई है और अब लौटने का नाम ही नहीं ले रही है. ऐसे लोगों को पुलिस कई बार अपने साथ बैठा कर उनकी काउंसिलिंग करती है और समझा बुझा कर मामले हल करने की कोशिश करती है. लेकिन कई बार पति और पत्नी दोनों एक दूसरे पर गंभीर मानसिक प्रताड़ना और हरासमेंट के केस लेकर पहुंच रहे हैं. ऐसे जटिल मामले हल करने में पुलिस को भी काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं.
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पुणे पुलिस की ट्रस्ट सेल सुलझाती है पारिवारिक कलह
आम तौर पर ये पति-पत्नियों वाली कलह पुणे पुलिस की एक खास सेल सुलझाती है. इस सेल का नाम है ट्रस्ट सेल यानी भरोसा सेल. पुणे पुलिस के इस खास सेल का गठन 9 जनवरी 2019 को हुआ. इसका मकसद बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं की हर संभव मदद करना है. लेकिन सेल से जुड़े पुलिसकर्मियों को अब बड़ी तादाद में घरेलू हिंसा, कलह से जुड़े मामलों को सुलझाना पड़ रहा है.