* कुल लाभार्थी ढाई करोड से अधिक
मुंबई/दि.1-राज्य सरकार की लाडली बहन योजना यह केवल चुनाव को देखते हुए घोषित की गई और यह योजना बंद करने के आदेश भी सरकार देेगी, ऐसी चर्चा विधानसभा चुनाव के पहले हो रही थी. हालांकि चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद सरकार की लाडली बहनों की संख्या कम न होकर बढ गई है. चुनाव के पूर्व लाभार्थी बहनों की संख्या दो करोड 47 लाख थी, लेकिन अब चुनाव के बाद यह संख्या पांच लाख से बढकर दो करोड 52 लाख के उपर पहुंची है.
दो-तीन पूर्व 2 करोड 52 लाख बहनों को यह रकम मिली है. बैंक खाते को आधार लिंक की प्रक्रिया पूर्ण होने से लाभार्थी संख्या बढ गई है. चुनाव से पहले प्राप्त किए करीब 12 लाख आवेदनों के साथ आधारकार्ड लिंक नहीं था. इनमें से पांच लाख आवेदनों का आधार लिंक पूर्ण होने से प्रत्येकी 1500 रुपए की मासिक रकम पूर्व लाभ प्रभाव से जमा की गई है. महिला व बालकल्याण विकास मंत्री आदिती तटकरे के विभाग ने चुनावी नतीजे घोषित होते ही लंबित आवेदनों का गति से निपटारा किया. विगत कुछ दिनों में करीब 15 लाख आवेदनों की जांच पूर्ण की गई है. इनमें से 12 लाख आवेदन आधार लिंक नहीं थे. वचननामा में की घोषणा के अनुसार प्रति महिना डेढ हजार रुपए से यह रकम 2100 रुपए तक ले जाने की घोषणा महायुति ने की थी. इसके पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बजट के बाद बढोतरी राशि देने की घोषणा की है. चुनाव से पूर्व सरकार ने लाडली बहनों को 17 हजार करोड रुपए का अनुदान दिया था. दिसंबर में दी गई रकम और लाडली बहनों की बढी हुई संख्या को देखते हुए यह रकम अब 21 हजार 600 करोड तक पहुंची है. दिसंबर अंत तक चुनाव के बाद की किश्त सभी के खाते में जमा होने की घोषणा सरकार ने की थी, जो अब पूरी हुई है.
* टैक्स भुगतान करने वाली महिलों के भी आवेदन
टैक्स भरनेवाले परिवार की भी महिलाओं ने इस योजना अंतर्गत आवेदन किए थे, कुछ महिलाओं को इसके अनुसार रकम भी दी गई है. प्रति महिना 2100 रुपए की बढोतरी मदद देने का निर्णय हुआ अथवा 1500 रुपए रुपए ही कायम रखने का निर्णय होने पर भी राज्य की तिजोरी पर कोई असर नहीं होगा.
* निकायों के चुनाव से बदल नहीं
आने वाले समय में इस योजना पर खर्च बढेगा. इसके लिए सही प्रावधान बजट में किया जाएगा, ऐसा आश्वासन महायुति के नेताओं ने पहले ही दिया है. हालांकि, मंत्रिमंडल बैठक में आवेदनों की जांच किस प्रकार करनी है, यह निश्चित होगा, ऐसी चर्चा शुरु रहते दौरान लाडली बहनों के पूर्व प्राप्त आवेदन महिला व बालकल्याण विभाग ने मंजूर किए है. विधान सभा के बाद स्थानीय निकाय चुनाव होने जा रहे है, लेकिन इस योजना पर कोई असर नहीं होगा, ऐसी संभावना है.