अमरावतीमहाराष्ट्र

मालखेड तालाब पर 4 साल बाद दिखा फ्लेमिंगो

43 फ्लेमिंगो का झुंड उतरा है एकसाथ

अमरावती/दि.28– पूरे भारत देश में अपने विशिष्ट आकार और सौदर्य की वजह से पहचाने जाने वाले बगला प्रजाति के फ्लेमिंगो पक्षियों का झुंड करीब 4 वर्ष बाद एक बार फिर चांदूर रेल्वे मार्ग स्थित मालखेड तालाब पर दिखाई दिया है. इससे पहले वर्ष 2020 में फ्लेमिंगो पक्षी बडे पैमाने पर इस तालाब परिसर में दिखाई दिये थे. जिसके बाद अब पहली बार इतने बडे पैमाने पर फ्लेमिंगो पक्षी यहां दिखाई दे रहे है.

चांदूर रेल्वे तहसील में सावंगा विठोबा गांव की ओर रहने वाले तालाब परिसर में विगत सप्ताह पक्षी मित्र डॉ. तुषार अंबाडकर को सुबह 5 से 6 बजे के दौरान फ्लेमिंगो पक्षियों का यह झुंड दिखाई दिया. जिनकी गणना करने पर पता चला कि, इस झुंड मेें करीब 43 फ्लेमिंगो पक्षी है, जो कुछ दिन पहले नागपुर परिसर में थे तथा इन पक्षियों का मालखेड तालाब पर एक-दो दिन डेरा रह सकता है. जिसके बाद उनका प्रजननकाल शुरु होगा. जिसके लिए वे मुंबई होते हुए गुजरात की ओर आगे बढेंगे.

विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती जिले में कई छोटे-बडे व मध्यम बांध रहने के बावजूद भी प्रवासी पक्षियों के लिए मालखेड तालाब सबसे पसंदीदा स्थान है. कुछ विशिष्ट प्रकार की काई का सेवन करने के चलते फ्लेमिंगो पक्षियों के पंखों के नीचे गुलाबी रंग की छटा तैयार हो जाती है और यह गुलाबी रंग ही इन पक्षियों की विशेषता है. इसके साथ ही फ्लेमिंगो की चोच भी विशिष्ट आकार की होती है. जिसके चलते इस पक्षी को किचड में अपना अन्न खोजना आसान होता है. साथ ही इसी चोंच के जरिए फ्लेमिंगो पक्षियों द्वारा अपने घायले भी बनाये जाते है. बेहद सुंदर रहने वाले फ्लेमिंगो का दर्शन अमरावती में काफी दुर्लभ होता है. क्योंकि एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर स्थलांतरीत होते समय वे महज कुछ घंटों के लिए ही अमरावती के मालखेड तालाब पर भोजन व विश्राम हेतु रुकते है, ऐसी जानकारी भी पक्षी मित्र डॉ. तुषार अंबाडकर द्वारा दी गई.

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