मुंबई/दि.8– मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे की मुश्किलें दिनोंदिन बढती जा रही है और अब सीबीआई ने पांडे के खिलाफ तीन नये अपराधिक मामले दर्ज किये है. एनएसई घोटाला मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर सीबीआई ने पूर्व सीपी संजय पांडे की जांच शुरू की. साथ ही साथ सीबीआई द्वारा संजय पांडे के मुंबई व चंदीगढ स्थित घरों पर भी छापेमारी शुरू की गई है. जिसके तहत अकेले मुंबई में ही 9 स्थानों पर छापे मारे गये है.
बता दें कि, चित्रा रामकृष्ण मामले में संजय पांडे ने एक ऑडिट कंपनी तैयार की थी. वर्ष 2001 में खुद संजय पांडे द्वारा स्थापित की गई ऑडिट कंपनी ने एनएसई सर्वर के साथ हुई छेडछाड के बारे में किसी को भी अलर्ट क्यों नहीं किया, इस बात को जानने हेतु सीबीआई ने वर्ष 2018 से एनएसई लोकेशन घोटाले की जांच शुरू की है. तथा इससे पहले विगत मार्च माह में सीबीआई ने करीब 6 घंटे तक राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय पांडे से पूछताछ की थी. वहीं इस समय राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से संबंधित 100 करोड रूपये की वसूली मामले में भी मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त से पूछताछ हुई थी. जिसके बाद फोन टैपिंग मामले में सीबीआई द्वारा अपराध दर्ज किया गया है.
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि, संजय पांडे से हो रही पूछताछ उनकी कंपनी इसेक सिक्युरिटीज् प्राईवेट लिमिटेड के कामकाज से संबंधित है. सीबीआई ने इस मामले में एनएसई की पूर्व व्यवस्थापकीय संचालक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण का बयान इससे पहले ही दर्ज कर लिया है, जो इस समय तिहाड जेल में बंद है.