महाराष्ट्र

विदर्भ के चीनी कारखानों के लिए अध्ययन समिति का गठन करें

सहकारिता मंत्री बालासाहब पाटिल ने दिए निर्देश

मुंबई/ दि.13 – विदर्भ के सहकारी चीनी कारखानों की समस्याओं के निराकरण को लेकर नीति बनाने के लिए राज्य स्तर पर अध्ययन समिति का गठन किया जाए. ऐसे निर्देश राज्य के सहकारिता मंत्री बालासाहब पाटिल ने दिए है. बालासाहब पाटिल की अध्यक्षता में गुरुवार को मंत्रालय में यवतमाल के दारव्हा तहसील स्थित जयकिसान चीनी कारखाना शुरु करने के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया था.
बैठक में वरिष्ठ कांगे्रस नेता व पूर्व मंत्री माणिकराव ठाकरे, चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड, महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निर्देशक अजीत देशमुख उपस्थित थे. पाटिल ने कहा कि, किसानों के हितों के लिए विदर्भ के सहकारी चीनी कारखानों को बनाए रखना आवश्यक है. इस राज्य में गन्ने का उत्पादन बडे प्रमाण में हुआ है. विदर्भ के किसान भी गन्ने की खेती कर रहे है. सरकार विदर्भ के सहकारी काखानों की समस्याओं व मुश्किलों को दूर करके उन्हें पुर्नजीवित करने के लिए कदम उठाएगी.

जयकिसान चीनी कारखाना शुरु करने मंगवाए गए टेंडर
गुरुवार को यवतमाल जिले की दारव्हा तहसील के जयकिसान सहकारी चीनी कारखाने को शुरु करने के लिए बुलाई गई बैठक में कारखाने को शुुरु करवाने के लिए टेंडर महाराष्ट्र सहकारी बैंक के माध्यम से जारी किए गए है. इच्छूक कंपनी व्दारा टेंडर भरे जा सकते है. जिसमें उन्हें रियायत देने के लिए सरकार सहयोग करेगी. यह कारखाना 2009 से बंद है और महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के कब्जे में है. इसे बेचने अथवा किराए पर देने के लिए टेंडर मंगवाए गए थे. लेकिन किसी ने भी टेंडर नहीं भरा जिसमें एक बार फिर टेंडर जारी किए गए है ऐसी जानकारी सहकारिता मंत्री बालासाहब पाटिल ने दी.

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