मुंबई/दि.२७ – राज्य के प्रत्येक तहसील में एक की तर्ज पर शुरुआत में ३०० आदर्श स्कूलें स्थापित करने का निर्णय शालेय शिक्षण विभाग ने लिया है. इसके लिए स्कूलों का भी चयन किया गया है. प्रत्येक शनिवार को स्कूल बैग मुक्त दिवस मनाया जाएगा. खेल, भाषण, लेखन, अभिनय, गायन आदि विविध विषयों की शिक्षा शालेय पाठ्यक्रमों के अलावा इन स्कूलों में छात्रों को दिए जाएगें. अध्यापन की कम से कम पांच वर्ष तैयारी रहेगीे और मध्य में कोई भी तबादला नहीं मांगे उन शिक्षकों ने इसके लिए आगे आने का आहवान शिक्षा विभाग की ओर से किया गया है. स्कूल परिसर में छात्रोंं को तनाव रहित पढाई कराने, किताबों से भी अलग हटकर उनको स्कूल, परिसर में उपलब्ध साधनों के माध्यम से ज्ञान मिल सके इसके लिए शनिवार को स्कूल बैग मुक्त स्कूल के संकल्पना को साकार किया जाएगा. यदि छात्रों को अपनापन महसूस होता है तो वे रविवार को भी स्कूल में आ सकते है. इस तरह का खुशनुमा माहौल स्कूल परिसर में बनाया गया है. स्पर्धा के दौर में बने रहने के लिए छात्रों मेें नेतृत्व गुण विकसित किए जाएगें. शिक्षकों ने किताबी ज्ञान से भी ज्यादा पढाने पर ध्यान देना चाहिए. नवनिर्मिती को बढावा, समीक्षात्मक विचार, वैज्ञानिक प्रवृत्ति यह गुण छात्रों में विकसित किए जाएगें.