गांधारी कैसी हो, ठीक है ना, मेरे साथ खाना खाने चलो
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने अंध गांधारी को किया आमंत्रित
वझ्झर/दि.25– स्व. अंबादासपंत वैद्य दिव्यांग, लावारिस बालगृह वझ्झर के शंकरबाबा पापलकर को पिछले माह केंद्र सरकार की तरफ से पद्मश्री सम्मान दिया गया था. उस समय नेत्रहीन गांधारी और दिव्यांग योगेश भी शंकरबाबा के साथ दिल्ली गये थे. शंकरबाबा ने बताया कि, पद्मश्री पुरस्कार समारोह पश्चात गृह मंत्री अमित शाह गांधारी के पास आये और बडी आत्मीयता से उसे पूछा- ‘गांधारी कैसी हो, ठीक है ना, मेरे साथ खाना खाने चलो’. शंकरबाबा ने कहा कि, शाह के इस सम्मानजनक आमंत्रण से न केवल वे बल्कि राष्ट्रपति भवन के अनेक वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य भी चकीत रह गये थे. गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने अमित शाह को बताया कि, पद्मश्री के इतिहास में पहली बार लावारिस, दिव्यांग बच्चे आये हैं. अमित शाह को यह बात भूषणास्पद लगी. उन्होंने व्यक्तिगत रुप से गांधारी को निमंत्रण दिया. शंकरबाबा ने बताया कि, सोमवार 24 जून को दोपहर 12.30 बजे स्पीड पोस्ट से देश के गृह मंत्री शाह की तरफ से गांधारी को अभिनंदन का पत्र व फोटो प्राप्त हुआ है.