सामान्य वर्ग के उम्मीदवार अब 6 बार एमपीएससी परीक्षा दे सकेंगेे
एससी, एसटी के लिए कोई सीमा नहीं
मुंबई/दि.31 – महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की विभिन्न परीक्षाओं में सामान्य वर्ग (ओपन) के उम्मीदवारों को अब परीक्षा में बैठने के लिए अधिकतम छह मौके (अटेम्प्ट) मिलेंगे. अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए परीक्षा के अधिकतम मौकों की सीमा लागू नहीं रहेगी. जबकि पिछडे वर्ग के उम्मीदवार अधिकतम नौ बार परीक्षा में बैठ सकेंंगे.
एमपीएससी ने विविध प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के लिए परीक्षा में बैठने के मौकों की अधिकतम सीमा तय कर दी है. बीते बुधवार को एमपीएससी की तरफ से यह घोषणा की गई. एमपीएससी का यह फैसला साल 2021 में प्रकाशित होने वाले विज्ञापनों के आधार पर आयोजित परीक्षाओं के लिए लागू होगा.
एमपीएससी ने उम्मीदवारों के मौकों की संख्या के बारे में भी स्पष्ट किया है. इसके अनुसार यदि उम्मीदवार ने एमपीएससी की पूर्व परीक्षा में हिस्सा लिया है तो उसे संबंधित परीक्षा का मौका समझा जाएगा. उम्मीदवार पूर्व परीक्षा के किसी एक पेपर के लिए मौजूद रहेेंगे तो भी उसे मौका समझा जाएगा. उम्मीदवार किसी कारणवश परीक्षा के किसी भी चरण में अपात्र हुआ होगा अथवा उम्मीदवारी रद्द हुई होगी तो भी उसकी परीक्षा में उपस्थिति के मौकों में गणना की जाएगी. अभी तक उम्मीदवारों के परीक्षा में बैठने के लिए मौकों की अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं थी. सामान्य वर्ग के लिए यह आयु सीमा 33 वर्ष थी.