घर में पिता का शव, आदेश ने दिल पर पत्थर रख 10 वीं का दिया पेपर
नियति ने भी ली आदेश की परीक्षा
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गोरेगांव/दि.24– नियति का खेल भी अजीब है. किस्मत कब किसी को रुला दे और किसी को हंसा दे इसका कोई नेम नहीं. नियति के ऐसे ही चक्र में फंस गया मुंडीपार का 10 वीं का छात्र आदेश. गोरेगांव तहसील के मुंडीपार के ठाणेश्वर कटरे का शुक्रवार 21 फरवरी की सुबह निधन हो गया. ठाणेश्वर कटरे का बेटा आदेश इस साल 10 वीं कक्षा में है. कल उसका पहला पेपर था. ऐसे में पिता की मृत्यु हो गई. उसके सामने यह सवाल था कि जब पिता का शव घर में हो तो पेपर कैसे दिया जाए. लेकिन आदेश मन पर पत्थर रख कर और पिता की मौत का गम अपने दिल में रख कर परीक्षा केंद्र पर गया. परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से आदेश का शिक्षा के लिए संघर्ष जारी था. आदेश के पिता का शुक्रवार सुबह निधन हो गया और कटरे का परिवार संकट में आ गया. सुबह 11 बजे आदेश का मराठी का पेपर था. परीक्षा रहने से आदेश के परिवार और दोस्तों ने उसका हौसला बढाया. इसके बाद आदेश ने मोहाडी के परीक्षा केंद्र पर जाकर 10 वीं का पेपर दिया. आदेश ने इस मानसिक स्थिति में पेपर दिया कि घर में उनके पिता का शव था और दूसरी ओर परीक्षा केंद्र पर आदेश के हाथ में मराठी का पेपर था. पेपर देने के बाद वह घर पहुंचा और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया.
शिक्षक रमेश बिसेन और क्षत्रिय पवार समाज संगठन के सचिव मोरेश्वर चौधरी ने आदेश को परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मोहाडी ग्राम पंचायत के सरपंच नरेंद्र चौरागडे, पूर्व सरपंच ध्रुवराज पटले और अन्य ग्राम पंचायत सदस्य, ग्रामीणों ने मोहाडी के 10 वीं परीक्षा केंद्र का दौरा किया. इस समय आदेश से भेंट कर उन्होंने उसे सांत्वना दी.