महाराष्ट्र

दो हजार मेट्रिक टन वजन का महाकाय गर्डर

कोस्टल रोड-सीलिंक एकदूसरे को जोडेंगे

* मुंबई वासियों का सफर होगा गतिमान
मुंबई/दि.26– मुंबई के यातायात जाम को रोकने के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला कोस्टल रोड और वांद्रे वरली सीलिंक शुक्रवार को गर्डर से जोडा जाएगा.दो हजार मेट्रिक टन वजन के और 136 मीटर लंबे महाकाय गर्डर से कोस्टल रोड-सीलिंक एकदूसरे को जोडे जाएंगे. इस प्रकल्प से जल्द ही वाहनचालकों को मरिन ड्राइव से सीधे वांद्रे तक जाना संभव होगा. इसमें मरिन ड्राइव से वांद्रे में सडक मार्ग से जाने के लिए पौन घंटे के बजाय केवल 12 मिनट में पहुंचा जा सकता है.

कोस्टल रोड का 88 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. काम अंतिम चरण में है. इस प्रोजेक्ट में प्रिन्सेस स्ट्रीट फ्लायओवर से वरली सीलिंक ऐसा 10.58 किमी लंबा कोस्टल रोड बनाया गया है. तथा अब इसी समुद्री मार्ग से आगे जाने वाला 4.5 किमी लंबा वांद्रे वरली सीलिंक जोडा जाएगा. इस प्रकल्प का अंतिम चरण रहने वाले 136 मीटर के सबसे बडे बो स्ट्रिंग आर्च गर्डर की जोडाई रायगड जिले के न्हावा में की गई है. न्हावा जेट्टी पर से यह गर्डर बार्ज में डालकर वरली में लाया गया. शुक्रवार को ये दो हजार मेट्रिक टन वजन का महाकाय गर्डर जोडा जाएगा. जिससे मुंबई वासियों का सफर अब गतिमान होगा.

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