खुदकुशी मामले में आरोपी प्रेमिका निर्दोष बरी

जय दादलानी खुदकुशी का सनसनीखेज मामला

* एड. राजेश मूंधडा की प्रभावी पैरवी
अमरावती /दि.17 स्थानीय जिला व सत्र न्यायालय द्वारा जय दादलानी खुदकुशी के सनसनीखेज मामले में आरोपी प्रेमिका को निर्दोष बरी किया है. आरोपी की ओर से एड. राजेश ग. मूंधडा ने प्रभावी पैरवी की.
अदालत में दायर चार्जशीट के अनुसार विगत वर्ष पाच अप्रैल को मृतक जय दादलानी के पिता ने राजापेठ पुलिस थाने में शिकायत दी थी. पुलिस ने आरोपी प्रेमिका के खिलाफ धारा 306, 506 के तहत अपराध दर्ज किया था. शिकायत में बताया कि जय जादलानी व आरोपी युवती के बीच दो साल से प्रेम संबंध है. दोनों ने साथ जिने और मरने की कसमे खाई थी. दोनों ने विवाह करने का निर्णय लिया था. जय के परिजन भी विवाह के लिए राजी थे मगर आरोपी प्रेमिका जय से घर से भाग कर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी, अगर ऐसा ना किया तो झूठे अपराधो में फंसाने की धमकी देती थी. भागकर शादी न की तो अपनी जान का भला बुरा करने की भी धमकी परिवार को देती थी. 5 अप्रैल को आरोपीने जयेश के परिजन को फोन पर बताया की आज अगर फैसला नही होता है तो जय की जिंदगी का आखरी दिन होगा. आरोपी प्रेमिका की धमकी से डरकर जय ने फांसी लगाकर आत्महत्या की. इस सनसनीखेज प्रकरण में पुलिस अधिकारी द्वारा गहन जांच कर मजबूत सबूतों व तथ्यों के आधार पर आरोपी प्रेमिका के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया. इस सनसनीखेज खुदखुशी प्रकरण में सरकार पक्ष की ओर से गवाहों का परीक्षण किया गया. आरोपी की ओर से एड. राजेश ग. मूंधडा ने गवाहों का उलट परीक्षण किया. सरकार पक्ष की ओर से जबरदस्त युक्तिवाद कर आरोपी प्रेमिका को कडी से कडी सजा देने की दलील दी. आरोपी का बचाव करते हुए एड. राजेश मूंधडा ने हायकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का हवाला देते हुए कोर्ट को बताया की आरोपी को झुठे केस में फंसाया गया है और उन्होने कोर्ट के समक्ष अपनी दलीलो को सिद्ध किया, आरोपी प्रेमिका निर्दोष होने से बरी करने का युक्तिवाद किया. दोनो पक्षों की जिरह सूनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए आरोपी प्रेमिका को निर्दोष बरी किया. गौरतलब हैं की आरोपी प्रेमीका को कोर्ट से गिरफ्तारी पूर्व जमानत आदेश प्राप्त कर आरोपी प्रेमिका को गिरफ्तारी से भी बचाया था.आरोपी प्रेमिका की ओर से एड. राजेश ग. मूंधडा ने सफल पैरवी की.

* कोर्ट के फैसले से संतुष्ट
ईस संदर्भ में एड. राजेश मूंधडा ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की सम्माननीय कोर्ट के फैसले से संतुष्ट है. हालांकी किसी भी व्यक्ति की इस तरह जान जाना निश्चित दुर्भाग्यपूर्ण हैं. ऐसे संवेदनशील मामलो में न्याय परास्त ना हो इस हेतू वकील के तौर पर हमें अत्याधिक प्रयास करने पडते है. इस सनसनीखेज मामलें में सम्माननीय न्यायालय के सामने जो पक्ष रखा गया उस पर दिये फैसले से वे पूरी तरह से संतुष्ट है.

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