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* दुर्घटना प्रकरण में ग्राहक आयोग का फैसला
यवतमाल /दि.18– कार संचालक को 15 लाख रुपए ब्याज सहित भरपाई देने के आदेश यवतमाल जिला ग्राहक आयोग ने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरंस कंपनी को दी है. वणी के दम्पति द्वारा दर्ज की गई शिकायत पर फैसला सुनाते हुए चालक भी बीमा संरक्षण के लिए पात्र रहने की बात आयोग ने दर्ज करते हुए कंपनी को झटका दिया.
प्रभाकर नामदेव जोगी के नाम पर रही कार उनका बेटा अविनाश प्रभाकर जोगी चला रहा था. दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई. प्रभाकर जोगी ने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरंस कंपनी की यवतमाल के पेशवे प्लॉट शाखा में 15 लाख रुपए का बीमा दावा दाखिल किया. कंपनी ने भरपाई ठुकरा दी. अविनाश जोगी यह ‘ओनर ड्राइवर’ की संज्ञा में न आने का पक्ष बीमा कंपनी ने रखकर भरपाई ठुकरा दी.
* ग्राहक आयोग में गुहार
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरंस कंपनी ने भरपाई ठुकरा दी. इस कारण मंगला प्रभाकर जोगी और प्रभाकर नामदेवराव जोगी ने यवतमाल जिला ग्राहक आयोग में गुहार लगाई. इस शिकायत पर सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय ग्राहक शिकायत निवारण आयोग नई दिल्ली द्वारा दिये गये फैसले का आधार लिया गया. इसके मुताबिक जोगी को भरपाई देने के आदेश बीमा कंपनी को दिये.
* चालक ‘ओनर ड्राइवर’ आयोग के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र उल्हास मराठे, सदस्य अमृता वैद्य की उपस्थिति में शिकायत पर सुनवाई हुई. इसमें बीमा पॉलिसी में लिमिट्स ऑफ लिएबिलिटी-कवर फॉर ओनर-ड्राइवर अंडर सेक्शन (3) (सीएसआई) रुपए 15 लाख का उल्लेख दिखाई दिया. अविनाश जोगी यह प्रभाकर जोगी का बेटा रहने से वह ओनर-ड्राइवर की संज्ञा में आता है. इस कारण भरपाई दी जाए, ऐसा आयोग ने कहा है.
* अंतिम आदेश
पॉलिसी अंतर्गत अदा की जाने वाली रकम 15 लाख रुपए और उस पर प्रकरण दाखिल करने से लेकर प्रत्यक्ष रकम देने तक 8 प्रतिशत ब्याज दिया जाये. मानसिक व शारीरिक परेशानी के लिए 50 हजार रुपए और शिकायतकर्ता के खर्च के 20 हजार रुपए देने के आदेश आयोग ने दिये है.