मुंबई/दि.१२ – ‘सरकारी काम और ६ माह रूके’ इसनुसार एसटी के मृतक के वारिस को अनेक वर्षो से प्रलंबित अनुकंपा तत्वों पर हक्क की नौकरी का रास्ता जल्द निकल जायेगा. कोरोना अथवा अन्य बीमारी के कारण मृत्यु को प्राप्त होनेवाले एसटी कर्मचारियों के वारिस को एसटी महामंडल में तत्काल नौकरी दे, ऐसा निर्देश परिवहन मंत्री और एसटी महामंडल के अध्यक्ष अनिल परब ने दिया है.
कोरोना की पृष्ठभूमि पर राज्य परिवहन मंडल ,राज्य परिवहन महामंडल का बढ़ा हुआ नुकसान तथा आय बढ़ाने के उद्देश्य से परब की अध्यक्षता में हाल ही एक बैठक आयोजित की गई थी. इस समय महामंडल के व्यवस्थापकीय संचालक शेखर चन्ने उपस्थित थे.
कोरोना संक्रमण के कारण २२८ एसटी कर्मचारियों की मृत्यु हुई है. अन्य बीमारी के कारण १०० कर्मचारियों की मृत्यु हो गई है. इन सभी के वारिस नौकरी की प्रतीक्षा में है. राज्य में संचारबंदी होने पर भी अत्यावश्यक सेवा के कर्मचारियों का एसटी यातायात शुरू है. कोरोना के कारण मृत्यु को प्राप्त होनेवाले एसटी कर्मचारियों के बच्चों को तत्काल सेवा में लेने के संबंध में प्रस्ताव तत्काल प्रस्तुत करे. उन्हें तत्काल मंजूरी देकर उन्हें नौकरी दी जायेगी. ऐसा निर्देश इस बैठक में परब ने अधिकारियों को दिया.
एसटी महामंडल के कुल कोरोना बाधितों की संख्या ७,९७० से ऊपर पहुंच गई है. ३०,६१६ कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा हो गया है. फिलहाल १,४५१ कर्मचारियों पर उपचार शुरू है. ६,२९६ कर्मचारी ठीक होकर घर चले गये है. कोरोना के कारण एसटी की आय पर विपरित परिणाम हुआ है.
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इसलिए टाल रहे है
वरिष्ठ अधिकारियों की काम के प्रति लापरवाही करने के कारण, २१ कामगार संगठना और राजनीतिक पार्टी का समर्थन रहनेवाले संगठन में शीतयुध्द, अर्थव्यवहार न होने से प्रलंबित काम, व्यक्तिगत काम न करनेवाले व अन्य कारणों के कारण अनुकंपा तत्व पर नौकरी देने के लिए टालम टोल किए जाने की वास्तविकता महामंडल में है.