महाराष्ट्र

सितंबर अंत तक न खोली जाये शालाएं

टास्क फोर्स ने राज्य सरकार को दिया सुझाव

मुंबई/दि.17 – कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को ध्यान में रखते हुए सितंबर माह के अंत तक राज्य में स्कुल व कॉलेज न खोले जाये, ऐसा सुझाव टास्क फोर्स द्वारा राज्य सरकार को दिया गया है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लगाये गये विभिन्न प्रतिबंधों को लेकर मनसे के महासचिव संदीप देशपांडे ने कुछ सवाल उपस्थित करते हुए टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. संजय ओक को एक पत्र लिखा था. जिसका लिखित जवाब देते हुए डॉ. संजय ओक द्वारा उपरोक्त जानकारी दी गई है. अपने पत्र में संदीप देशपांडे द्वारा पूछा गया था कि, कक्षाओं में विद्यार्थियों के दो-दो गुट तैयार करते हुए सप्ताह में दो-दो दिन के लिए बच्चों को कक्षा में बुलाते हुए शालाएं शुरू की जा सकती है अथवा नहीं, जिस पर डॉ. ओक ने बताया कि, राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की अध्यक्षता में टास्क फोर्स की शिक्षा समिती के साथ विगत 10 अगस्त को चर्चा हुई है. इस बैठक में सरकार को सुझाव दिया गया कि, सितंबर माह के अंत तक शालाओं को कतई शुरू न किया जाये और 50 फीसदी विद्यार्थी संख्यावाला प्रयोग भी सितंबर माह के बाद ही किया जाये. इस सुझाव का बालरोग टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. सुहास प्रभू द्वारा भी समर्थन किया गया है.
उपरोक्त सवाल के साथ ही मनसे महासचिव देशपांडे का कहना रहा कि, फिलहाल केवल कोविड संक्रमण, उस पर किये जानेवाले इलाज और स्वास्थ्य पर होनेवाले परिणाम पर ही मुख्य तौर पर विचार होता दिखाई दे रहा है तथा इन सबसे परे कोविड संक्रमण की वजह से दैनिक जीवन पर पडनेवाले परिणामों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा. ऐसे में बेहद जरूरी है कि टास्क फोर्स ने वित्त विशेषज्ञों, वैज्ञानिक, सुचना विश्लेषकों, शिक्षा विशेषज्ञों का भी समावेश किया जाना चाहिए. जिस पर डॉ. ओक द्वारा बताया गया कि, टास्क फोर्स द्वारा अपनी साप्ताहिक बैठकों में देश-विदेश के विशेषज्ञों एवं शास्त्रज्ञों को आमंत्रित किया जाता है. जिनके साथ होनेवाली चर्चा की जानकारी बाकायदा दर्ज की जाती है. जिसे राज्य के मुख्य सचिव व स्वास्थ्य सचिव को भेजा जाता है. जिसके आधार पर ही सरकार द्वारा लॉकडाउन अथवा अनलॉक के संदर्भ में निर्णय लिया जाता है.

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