लंडन से आया सोना संतरा नगरी के ‘वॉल्ट’ में?
देश में नागपुर और मुंबई शहर में ही सरकारी सोना रखने की सुविधा
नागपुर/दि. 1– बैंक ऑफ लंडन से भारत में लाया गया 100 टन सोना शहर के विदर्भ बैंक ऑफ इंडिया में रखे जाने की पूर्ण संभावना है. देश का सोना हिफाजत से रखने की सुविधा केवल नागपुर और मुंबई के आरबीआय के कार्यालय में है. गत वर्ष दो दफा शहर के रिजर्व बैंक के वॉल्ट में सोना जमा किए जाने की जानकारी है.
देश के चलन के प्रभावी आधार के रुप में सोने का माल महत्वपूर्ण माना जाता है. इस कारण समय-समय पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से सोना खरीदी किया जाता है. बैंक की तरफ से नियमित कालावधि में सोने के माल की समीक्षा की जाती है. देश का विदेश में रखा सोना भारत में पहली बार 1991 में लाया गया. उस समय देश में निर्माण हुई आर्थिक स्थिति का सामना करने के लिए निर्णय लिया गया था. यह सोना रखने के लिए आवश्यक रहा सुरक्षित वॉल्ट देश में नहीं था. इस कारण सर्वप्रथम वह तैयार किया गया. यह वॉल्ट रिजर्व बैंक के मुंबई के मिंट रोड व नागपुर के बैंक के कार्यालय में साकार किया गया. तब से देश का सोना काफी सुरक्षित रुप से कडे बंदोबस्त में यहा रखा जा रहा है. भौगोलिक दृष्टि से नागपुर का महत्व है. यह देश का मध्यवर्ती स्थल रहने से सुरक्षा की दृष्टि से सोना रखने के लिए रिजर्व बैंक की तरफ से यहां सुविधा तैयार की गई है.
* गत वर्ष दो बार आया सोना
देश में 100 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लंड से वापस लाए जाने के बाद अब उसे कहां रखा जाएगा इस पर चर्चा जारी है. यह सोना विविध चरनो में भारत में लाया जा रहा है. नागपुर में सर्वप्रथम 1991 में सोना लाया गया था. पश्चात दूसरी बार गत वर्ष दो दफा सोना यहां लाया गया था. अब फिर से लंडन से लाया जा रहा सोना नागपुर में आएगा अथवा नहीं इस बाबत कुछ बताया नहीं जा सकता, ऐसा बैंक के वरिष्ठ सूत्रों ने कहा.