महाराष्ट्रमुख्य समाचार

संभ्रम और संदेह के हिचकौले खा रही सरकार

पूरा दिन हर पल रंग बदलती रही राजनीति

* सत्ता के गलियारों में हडकंप का माहौल
* बगावत के भूकंप से उलट-पुलट हुए राजनीतिक समीकरण
मुंबई/दि.22- दो दिन पूर्व विधान परिषद चुनाव के नतीजे घोषित होते ही महाराष्ट्र की सत्ता संभाल रही शिवसेना में बगावत का बम फूटा और राजनीतिक उथल-पुथल का एक ऐसा दौर शुरू हुआ, जिससे शिवसेना सहित पूरी महाविकास आघाडी सरकार में हडकंप व्याप्त हो गया और आघाडी नेताओं द्वारा अपनी सरकार को बचाने हेतु ‘डैमेज कंट्रोल’ के तमाम आवश्यक कदम उठाये जाने शुरू हो गये. हालांकि इन प्रयासों में अब तक सफलता नहीं मिल पायी है. वहीं दूसरी ओर विगत ढाई वर्षों से महाविकास आघाडी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही भारतीय जनता पार्टी ने इस मौके को हाथोंहाथ लिया है. यहीं वजह है कि, सोमवार की शाम अचानक ही शिवसेना के राडार से गायब होकर सूरत पहुंचते हुए ‘नॉट रिचेबल’ हो जानेवाले सेना के बागी विधायकों की गुजरात भाजपा द्वारा शानदार अगुवानी की गई और जैसे ही महाराष्ट्र सरकार की ओर से इन विधायकों को वापिस लाने हेतु चार्टर प्लेन सूरत भेजे गये, तो इन सभी विधायकों को आज सुबह एअरलिफ्ट करते हुए आसाम के गुवाहाटी ले जाया गया. ज्ञात रहे कि, आसाम में भी भाजपा की ही सरकार है.
उल्लेखनीय है कि, इस समय शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ पार्टी के दो-तिहाई विधायक है. ऐसे में सरकार पर अस्थिर होने का खतरा मंडरा रहा है. जिसके चलते यहां मुंबई में शिवसेना सहित आघाडी में शामिल घटक दलों के नेताओं सहित आघाडी सरकार के मंत्रियों में अच्छी-खासी घबराहट व संभ्रम का माहौल है. संभवत: यहीं वजह है कि, हमेशा ही आघाडी सरकार की मजबूती को लेकर बडी मजबूती के साथ दावा करनेवाले सेना सांसद व प्रवक्ता संजय राउत ने आज सेना विधायकों की बगावत को देखते हुए विधानसभा को भंग करने का संकेत दिया. इसके साथ ही राज्य की राजनीति तेजी से करवट बदलने लगी. सांसद राउत द्वारा विधानसभा भंग करने के संदर्भ में संकेत दिये जाने के कुछ ही देर बाद राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी तथा मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के कोविड पॉजीटीव रहने की खबर सामने आयी. हालांकि रैपीड एंटीजन टेस्ट में कोविड संक्रमित पाये गये सीएम उध्दव ठाकरे की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट निगेटीव आयी. जिसके बाद आनन-फानन में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई, लेकिन इसमें भी आठ मंत्री गैरहाजिर रहे. ऐसे में चर्चा चल पडी कि, संभवत: कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम उध्दव ठाकरे अपने पद से इस्तीफा दे सकते है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि सीएम उध्दव ठाकरे ने कहा कि, आगे क्या होता है, इस पर नजर रखी जायेेगी. उधर दूसरी ओर शिवसेना द्वारा अपने सभी विधायकों को वॉटसएप व एसएमएस के जरिये पार्टी प्रमुख व मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे का संदेश भेजते हुए शाम 5 बजे तक विधायक दल की बैठक हेतु मुंबई पहुंचने कहा गया. जिसमें यह चेतावनी भी दी गई कि, इस बैठक में गैरहाजिर रहनेवाले विधायकों की विधानसभा सदस्यता को पार्टी द्वारा निरस्त कर दिया जायेगा, यानी पार्टी अपने बागी विधायकों के खिलाफ अब कोई बडा कदम उठाने जा रही है. क्योंकि शाम 5 बजे तक गुवाहाटी से किसी भी विधायक का मुंबई पहुंचना संभव ही नहीं. साथ ही चूंकि इस समय सभी विधायकों के मोबाईल फोन भी स्वीच ऑफ है. ऐसे में उन्हें अपने पार्टी प्रमुख व सीएम उध्दव ठाकरे का कोई संदेश मिलना भी संभव नहीं है.

* कैबिनेट की बैठक खत्म, विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव नहीं
शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव सरकार का गिरना तय माना जा रहा है. इस बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की मीटिंग भी ली. इसमें आदित्य ठाकरे मौजूद नहीं थे. मीटिंग के बाद मीटिंग के बाद मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि बैठक में मौजूदा हालात पर कोई चर्चा नहीं हुई. कुल 11 प्रस्ताव पास हुए हैं. इससे पहले संजय राउत ने अपने ट्वीट में विधानसभा भंग होने की बात कही. वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने ट्विटर हैंडल से मिनिस्टर शब्द भी हटा दिया था. उधर एकनाथ शिंदे नेतृत्व में बागी विधायक आज सुबह गुवाहाटी पहुंच गए. देर रात चार्टर्ड विमान से इन विधायकों ने उड़ान भरी थी. हालांकि देर रात उद्धव और एकनाथ शिंदे की बात भी हुई लेकिन शिंदे अपने रुख पर अड़े रहे. उधर, बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी की बैठकों का सिलसिला जारी है.

* सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की चली चर्चा
इस बीच सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसमें कहा गया कि, सीएम उद्धव ठाकरे किसी भी समय अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इससे पहले उद्धव शिवसेना के सभी सांसदों और विधायकों से बात करेंगे. इससे पहले पार्टी नेता एकनाथ शिंदे के बागी तेवर को देखते हुए शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से तो हटा दिया है, लेकिन एकनाथ शिंदे इन फैसलों से किसी तरह के प्रेशर में नजर नहीं आ रहे हैं.

* सांसद राउत बोले, ज्यादा से ज्यादा सत्ता ही जाएगी
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना नेता संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि, एकनाथ शिंदे से आज सुबह मेरी एक घंटे बात हुई है. इस बात की पूरी जानकारी मैंने सीएम उद्धव ठाकरे को दी है. हम गुवाहाटी में मौजूद विधायकों के संपर्क में हैं. सभी विधायक जल्द मुंबई लौटेंगे. राउत ने ये भी कहा, शिवसेना को तोडने का बीजेपी का सपना कभी पूरा नहीं होगा. ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, हमारी सत्ता जाएगी. लेकिन सत्ता को फिर से हासिल कर लिया जायेगा. राउत के मुताबिक सत्ता से ऊपर पार्टी की प्रतिष्ठा होती है. इस दौरान राउत ने ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे हमारे करीबी साथी हैं.

* शिंदे ने किया 40 विधायकों के समर्थन का दावा
उधर सेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आज गुवाहाटी पहुंचने के बाद दावा किया है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. इसके अलावा जल्द ही 10 और विधायक मेरे साथ आएंगे. बता दें कि शिवसेना के विधानसभा में इस समय 56 विधायक हैं. इस समय शिंदे ने शिवसेना से नाराजगी जताते हुए कहा कि, जब शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा ही दिया है, तो अब पद से हटाने के बाद उनसे बात क्यों की जा रही है. एक तरफ तो उनके खिलाफ आंदोलन और कार्रवाई की गई और दूसरी तरफ चर्चा की जा रही है. ये कैसे संभव है. शिंदे के मुताबिक उन्होंने सीएम उद्धव से बात करके भी यही कहा कि इस तरह से बात नहीं होती है. इस पर उद्धव ने कहा कि हम बैठकर मुद्दा सुलझाते हैं.

* सीएम ठाकरे कोरोना संक्रमित
कुछ ही घंटे पहले राज्यपाल कोश्यारी हुए थे कोरोना पॉजिटिव
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. सीएम उद्धव ठाकरे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक कमलनाथ ने कहा है कि सीएम ठाकरे कोरोना संक्रमित हैं, इसलिए अभी उनसे मुलाकात नहीं हो पाएगी. इससे कुछ ही घंटे पहले यह खबर मिली थी कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कोरोना पॉजिटिव हैं और उन्हें एच.एन. रिलायंस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. सियासी हंगामे के बीच राज्यपाल कोश्यारी और सीएम ठाकरे का कोरोना पॉजिटिव होना चर्चा का विषय बना हुआ है.

* दिल्ली में मोदी ने दिया शाह को ग्रीन सिग्नल
– राणे व फडणवीस के बीच भी हुई बैठक
एक तरफ जहां महाराष्ट्र में इस समय सियासी हंगामा मचा हुआ है तथा शिवसेना टूट की कगार पर पहुंच चुकी है एवं महाविकास आघाडी सरकार पूरी तरह से अस्थिर दिखाई दे रही है. वहीं दूसरी ओर इस मौके का राजनीतिक लाभ उठाने हेतु भाजपा द्वारा भी आवश्यक रणनीतियों पर काम किया जा रहा है. जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमीत शाह को महाराष्ट्र की सत्ता हासिल करने हेतु ‘गो-अहेड’ के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है. वहीं प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस समय राजधानी दिल्ली पहुंच चुके है. जहां पर उनकी केंद्रीय मंत्री नारायण राणे से काफी लंबी बातचीत व बैठक चली. इस बैठक में दोनों भाजपा नेताओं व पूर्व मुख्यमंत्रियों ने राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर काफी गहन विचार-विमर्श भी किया.

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