पुणे/दि.3– महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार ने जनता के हितों के लिए अपने पूरे कार्यकाल के दौरान कोई काम नहीं किया है. इस सरकार ने शराब पर तो टैक्स कम किया, लेकिन पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कोई कटौती नहीं की. ऐसे में कहा जा सकता है कि, महाराष्ट्र में कहने के लिए सरकार तो है, किंतु यहां पर शासन नहीं है. क्योंकि जहां पर शासन होता है, वहां पर नीतियां भी होती है और इस समय महाराष्ट्र में दोनों ही बातों का अभाव देखा जा रहा है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा किया गया.
पुणे के दौरे पर आये नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है. ऐसे में यहां पर अन्य राज्यों के कई लोग उद्योजकोें के साथ चर्चा करने हेतु आते है. किंतु इसका यह मतलब नहीं की महाराष्ट्र से उद्योग बाहर जायेंगे. हमारी सरकार के समय भी महाराष्ट्र से कोई भी उद्योग बाहर नहीं गया था. किंतु यदि उस समय बाहर से कोई भी स्थानीय उद्योजकों के साथ चर्चा करने हेतु आया करता था, तो कांग्रेस व राकांपा द्वारा हमारी यह कहते हुए आलोचना की जाती थी कि, यहां के उद्योग भगा ले जाने हेतु बाहर के लोग आ रहे है. लेकिन तब महाराष्ट्र से कोई उद्योग बाहर नहीं गया. किंतु अब यदि शासन स्तर पर सरकार असफल होती है, तो निश्चित तौर पर महाराष्ट्र से उद्योग बाहर जायेंगे.