महाराष्ट्र

सरकारी ऑफिसों, निजी संस्थानों और कारखानों के समय में बदलाव की रूपरेखा तैयार

राज्य सरकार कर रही

  • राज्य परिवहन की भीड कम करने की भी कोशिश

मुंबई/दि.22 – राज्य की परिवहन व्यवस्था पर पडनेवाले बोझ को देखते हुए भीड कम करने के लिए राज्य सरकार जल्द ही ऑफिसों, निजी संस्थानों और कारखानोें के समय में बदलाव की रूपरेखा तैयार कर रही है. इस बाबत बातचीत अंतिम चरण में है और मजदूर संगठनों की सहमति के बाद मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे इस पर अंतिम मुहर लगा सकते है.
दूसरे राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र में बडे पैमाने पर औद्योगिकीकरण हुआ है. इसके चलते सरकारी कर्मचारियों के साथ निजी संस्थानों में भी कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढी है. सार्वजनिक परिवहन में होनेवाली भीड और भगदड को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकारी कार्यालयों के समय में बदलाव किया था. इसके तहत कुछ सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों और अधिकारियों को देर से आने और देर से जाने की इजाजत दी गई थी. फडणवीस का यह प्रयोग सफल साबित हुआ था. इसे देखते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने एक कदम आगे बढाते हुए निजी संस्थाओें में कामकाज के समय बदलाव की इच्छा जाहीर की. कोरोना संक्रमण के दौरान लगे लॅकडाउन और पाबंदियों से भी यह साफ हो गया कि अगर सरकार विभिन्न संस्थानों के कामकाज के समय में बदलाव कर दे तो पीक अवर में लोकल ट्रेनों, बसों में होनेवाली भीडभाड कम की जा सकती है.

समय परिवर्तन की बातचीत अंतिम चरण में – मुख्य सचिव

जिसके तहत राज्य के मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि संस्थानों के कामकाज में बदलाव के लिहाज से चल रही बातचीत अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि संस्थाओं के कामकाज का समय अलग-अलग हो सकता है और मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे समय और इसके लागू होने से जुडा ऐलान करेंगे. राज्य में फिलहाल 17 लाख सरकारी कर्मचारी है जिनमें से आठ लाख मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) में कार्यरत है. जबकि निजी संस्थानों में इसके तीन गुना कर्मचारी कार्यरत है. कुछ ऑफिस और कारखानों को छोड दें तो बाकी सभी कर्मचारी लगभग एक ही समय काम पर जाने के लिए निकलते हैं. ऐसे में खासकर मुंबई में लोकल और बस जैसे सार्वजनिक परिवहन के साथ सडक पर भी निजी वाहनोें की भारी भीड हो जाती है. महाराष्ट्र राजपत्रित अधिकारी महासंघ के सलाहकार जी. डी. कुलथे ने समय में बदलाव की इस पहल का स्वागत किया है.

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