अमरावतीमहाराष्ट्र

आखिरकार बंद हुआ सरकारी रेत डिपो

जिलाधिकारी ने दिए आदेश

* गोकुलसरा के ग्रामीणों ने किया था मतदान का बहिष्कार
* घरकुल लाभार्थियों की समस्या नहीं हुई कम
धामणगांव रेलवे/दि.23– निवासी नायब तहसीलदार आशीष वीर ने जानकारी दी है कि धामनगांव रेलवे तहसील में विवादास्पद सरकारी रेत डिपो को आखिरकार सील कर दिया गया है और जिलाधिकारी ने खुद ऐसा आदेश निकाला है और शौर्य इंफ्रा को रॉयल्टी बंद करने का आदेश दिया है.

इस बीच, तीन दिन पहले रॉयल्टी होने के बाद भी रॉयल्टी देने से इनकार करने पर सरकारी रेत डिपो पर हंगामा हुआ था. उस रास्ते से डिपो बंद कर दिया गया और दो दिनों से घरकुल धारकों के लिए रेत उपलब्ध नहीं थी, कुल मिलाकर कल जिलाधिकारी के आदेश से उक्त सरकारी रेत डिपो को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. इस बीच आम लोगों के इस सवाल पर दोनों राजनीतिक दलों के नेता चुप क्यों हैं? यह सवाल किया जा रहा है. मंगरुल दस्तगीर रोड स्थित सरकारी रेत डिपो में रॉयल्टी होने पर भुगतान नहीं करने की बात पर विवाद हो गया. वहीं दूसरी ओर गोकुलसरा घाट से पोकलेन के माध्यम से धडल्ले से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है और राजस्व विभाग ने इसे सार्थक रूप से नजरअंदाज कर दिया है. इन समस्याओं से परेशान होकर तथा नवनिर्मित सडक पर रेत का आवागमन जारी रहने से गोकुलसरा के निवासियों ने सीधे मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया और प्रशासन को इसकी सूचना दी. चूंकि राजनीतिक नेता इस मामले पर चुप थे, आखिरकार मीडिया ने इस मामले को प्रकाशित करने के बाद प्रशासन जागा.
तीन दिन पहले सरकारी रेत डिपो पर हुए विवाद के बाद बंद हुए सरकारी रेत डिपो के संबंध में स्थानीय नायब तहसीलदार द्वारा बताए गए फैसले के बाद आखिरकार सरकारी रेत डिपो को बंद कर दिया गया. सील तो लग गई है, लेकिन घरकुल लाभार्थियों की समस्या हल नहीं हुई. उन्होंने घरकुल बनाने के लिए पुराने मकान का तोड दिया है, इसलिए कई लोगों के सामने आगे क्या करना है, ये सवाल खडा हो गया है.

नियमानुकूल नहीं रहने से सरकारी रेत डिपो बंद
तहसील में सरकारी रेत डिपो के संबंध में उचित सीसीटीवी नहीं लगाने, पोकलेन से उत्खनन सहित कई शिकायतें थीं. उक्त शिकायत के संबंध में उन्हें बार-बार निर्देश देने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ. अंततः इस संबंध में जिलाधिकारी को प्रस्ताव भेजा गया. जिलाधिकारी ने इस संबंध में शौर्य इंफ्रा को रॉयल्टी बंद करने के निर्देश दिए हैं और तहसील में सरकारी रेत डिपो को बंद कर दिया गया है. और इस सरकारी रेत डिपो को अगले आदेश तक शुरु न करने के स्पष्ट निर्देश दिए है.
-आशीष वीर, नायब तहसीलदार

घरकुल कैसे बनाएं?
एक माह से रॉयल्टी जमा हो गई है और रेत के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. तहसील कार्यालय का कहना है कि सरकारी रेत डिपो में रेत नहीं है, लेकिन सरकारी रेत डिपो की रेत खुले बाजार में 15 हजार रुपये ट्रक बिकती है. और घरकुल धारकों से कहा जाता है कि, स्टॉक नहीं है. अब प्रशासन ने कार्रवाई की है और सरकारी रेत डिपो को बंद कर दिया है. रेत उपलब्ध है, इसलिए मैंने पक्का घरकुल बनाने के लिए मैंने अपना घर तोड दिया. लेकिन अब सरकारी रेत डिपो बंद हो गया है. मेरा परिवार खुले पर आ गया है, अब मैं क्यां करूं? यह सवाल हिंगणगांव के घरकुलधारक जीतेंद्र शेंडे ने किया है.

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