मुंबई/दि.१६ – राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि चक्रवात ताउते को देखते हुए राज्य के तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राज्य प्रशासन ने कोविड अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है. ठाकरे ने चक्रवातीय तूफान से निपटने की तैयारी के सिलसिले में हुई डिजिटल बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह को ये आश्वासन दिया.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार चक्रवात ताउते बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है और वह गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है. आईएमडी ने अगले दो-तीन दिन दक्षिण महाराष्ट्र-गोवा और इससे सटे हुए कर्नाटक के तटों पर बहुत तेज हवा चलने का अनुमान लगाया है. बैठक के दौरान ठाकरे ने कहा कि विशाल कोविड-19 केंद्र और अन्य केंद्र मरीजों को बारिश से बचा सकते हैं, साथ ही इस चक्रवाती तू्फान को देखते हुए मुंबई से कुछ मरीज अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं कि तटीय इलाकों में ऑक्सीजन का उत्पादन और राज्य के बाकी हिस्सों में उसकी आपूर्ति प्रभावित न हो. ठाकरे ने यह भी बताया कि तटीय क्षेत्रों से हटाकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है और आपदा प्रबंधन इकाइयों ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने कहा कि सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, रायगढ़ और पालगढ़ के जिलाधिकारियों और मुंबई के निगम आयुक्त को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि समुद्र तटीय क्षेत्र में 900 मीट्रिक टन क्षमता के ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र सुरक्षित रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली और लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी भी चौकस हैं. उन्होंने कहा कि चक्रवात की चपेट में आने वाले जिलों में 12-16 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप सुनिश्चित करने का इंतजाम करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि गुजरात के जामनगर से सोमवार तक महाराष्ट्र में 160 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आने की संभावना है. अगर चक्रवात के कारण जामनगर में कोई दिक्कत होती है तो अन्य स्थानों से अतिरिक्त स्टॉक हासिल करने के लिए इंतजाम किया जाएगा. ठाकरे ने कहा कि मछुआरे भी समुद्र से तट पर लौट रहे हैं. उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि महाराष्ट्र के पास दवाइयों का पर्याप्त भंडार है.