फसलों को कीटों से बचाने हेतु सरकार क्रॉपसैप योजना लागू करेगी
मोबाईल एप-एसएमएस से मिलेगी किसानों को सलाह
मुंंबई/दि.1 – प्रदेश सरकार ने राज्य की प्रमुख फसलों को कीट व रोगों से बचाने के लिए कीट-रोक सर्वेक्षण व सलाहकार योजना (क्रॉपसैप) को लागू करने को प्रशासनिक मंजूरी दी है. इसके तहत किसानों को प्रमुख फसलों को कीट और रोग से बचाने के लिए मोबाईल एप और एसएमएस द्वारा सलाह और मार्गदर्शन दिया जाएगा.
सोमवार को कृषि विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है. सरकार ने साल 2021-22 से सोयाबीन, कपास, धान, तुअर, चना, मक्का, ज्वारी, गन्ना, आम, अनार, गेला, संतरा, चिकू, काजू, भिंडी, टमाटर जैसी प्रमुख फसलों के लिए क्रॉपसैप योजना लागू करने को मंजूरी दी है. इस योजना के तहत मौजूदा वर्ष में 25 करोड रूपए निधी खर्च करने को अनुमति दी गई है. सरकार ने इस साल योजना को लागू करने के लिए राज्य के कृषि आयुक्त धीरज कुमार को मार्गदर्शक सूचना जारी करने के निर्देश दिए है.
राज्य में सोयाबीन, कपास, धान, तुअर, चना, मक्का, ज्वारी और गन्ने की फसल के लिए क्रॉपसैप योजना लागू करने हेतु कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों का सहयोग लिया जाएगा.
कंप्यूटर और मोबाईल एप्लीकेशन का भी होगा इस्तेमाल
इसके लिए पुणे के राष्ट्रीय सुचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित मोबाईल एप्लीकेशन और कंप्यूटर प्रणाली का इस्तेमाल होगा. जबकि आम, अनार, केला, मौसंबी, चीकू, भिंडी और टमाटर फसलों के लिए नई दिल्ली के राष्ट्रीय एकात्मिक कीट प्रबंधन अनुसंधान केंद्र की ओर से विकसित कम्प्यूटर प्रणाली का उपयोग किया जा सकेगा. प्रमुख फसलों के कीट और रोग सर्वेक्षण करके उसके प्रबंधन के लिए महाएग्रीटेक परियोजना के तहत उपलब्ध वनस्पती निर्देशांक व स्वचालित मौसम केंद्रों द्वारा प्राप्त जानकारी का कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किया जाएगा. इसी के आधार पर किसानों को सलाह और मार्गदर्शन किया जाएगा.