* सीएमआयई का अनुमान
मुंबई/दि. 6 – सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी सीएमआयई ने अंदाजा व्यक्त किया है कि, आनेवाले कुछ माह में अनाज और कपडे सस्ते होंगे. साथ ही बैंक ब्याज दर घटा सकते है. जिससे होम लोन और वाहन कर्ज का ब्याज भी कम होगा. एजंसी ने यह अनुमान ग्राहक मूल्य निर्देशांक आधारित महंगाई दर कम होने की संभावना से व्यक्त किया. एजंसी के अनुसार महंगाई दर गत 6 वर्षो में सबसे कम रह सकती है. इससे पूर्व 2018-19 में महंगाई दर 3.4 प्रतिशत थी. आगामी आर्थिक वर्ष में इसके 4.3 प्रतिशत होने का अनुमान है. रिझर्व बैंक ने भी अगले वर्ष के लिए 4.5 प्रतिशत महंगाई दर का उद्देश्य रखा है.
* पेट्रोल, डीजल में राहत
रिपोर्ट के अनुसार पेट्रोल और डीजल के रेट कम हो सकते हैं. यूक्रेन-रशिया संघर्ष के बाद फिलहाल इंधन के दाम लंबे समय से स्थिर है. डॉलर का रेट भी 82 रुपए के आसपास रहेगा. होम लोन और वाहन लोन की इएमआई सस्ती होगी. घरों की कीमते जरुर थोडी बढी हुई रहेगी. फिर भी इसमें बहुत अधिक बढोतरी नहीं होगी.
* 52 माह से महंगाई काबू में
लगातार 52 महीनो से महंगाई की दर 4 प्रतिशत के आसपास है. उसे और कम करने की रिझर्व बैंक की कोशिश है. जनवरी में महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रही. खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई दर 8.3 प्रतिशत रही. दिसंबर में यह रेट 9.53 प्रतिशत था. मुद्रास्फीति की दर 5 प्रतिशत से कम रहने पर देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने का दावा विशेषज्ञो ने किया है. यह भी कहा गया कि, आलू, प्याज, टमाटर के रेट संपूर्ण वर्षभर सामान्य रहेंगे. अनाज के रेट भी कम होंगे. गेहूं का उत्पादन अधिक होगा. जिससे आटा महंगा नहीं होगा. तुअर का उत्पादन बढने से दालों के रेट कंट्रोल में रहेंगे.