अमरावतीमहाराष्ट्र

ग्राम जयंती महोत्सव का समापन गांव की साफ-सफाई, जुलूस के साथ हुआ

राष्ट्रसंत की जयंती: सामुदायिक ध्यान सुबह 5 बजे

तिवसा/ दि. 2-अपनी खड्ग से पूरी दुनिया को मानवता और सर्वधर्म समभाव का संदेश देने वाले राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की जयंती यानी ग्राम जयंती महोत्सव सुबह 5 बजे उनकी कर्मभिूम गुरुकुंजनगरी के महासमाधि क्षेत्र में मनाया गया. इस अवसर पर किसान ग्रामनाथ को सम्मानित किया गया.
ग्राम जयंती महोत्सव का शुभारंभ ध्यान से किया गया.एक घंटे तक तुकडोजी महाराज के भजन और उनके जन्मोत्सव के समय स्थिति प्रस्तुत की गई.इसके बाद सामुदायिक ध्यान और महाआरती हुई. इस अवसर पर उपसर्वाधिकारी दामोदर पाटिल ने सामुदायिक ध्यान के बाद चिंतन किया. पिछले डेढ़ माह से श्री गुरुदेव महिला मंडल की ओर से हरदिन होने वाले ग्राम गीता पठन का समापन हुआ. दैनिक कार्यक्रम गुरुकुंज के महासमाधि क्षेत्र में यह ग्राम जयंती महोत्सव तीन दिनों से चल रहा था. शाम को गोपाल सालोड़कर के मधुर वाणी में राष्ट्रसंत के भजन संदेश प्रस्तुत किये गये. इस समय भक्तों की उपस्थिति में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का समापन गुरुकुल से नारायणदास पडोले की शोभा यात्रा, गोपालक, कीर्तन एवं महाप्रसाद के साथ हुआ.
ग्राम जयंती महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण दलवी, उद्धव वानखड़े सहित प्रतिभागी महिला समूह और भक्तों ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की. विभिन्न कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया. मंच पर महासचिव जनार्दनपंथ बोथे, दामोदर पाटिल, गुसदेव नगर सरपंच वैशाली धुमोने, लक्ष्मणराव कालेे, प्रकाश वाघ, संजय देशमुख, विलास साबले, गुलाब खवसे समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. इस समारोह में गुरुदेव के अनेक भक्तों ने भाग लिया.

किसानों का सम्मान ही असली ग्राम जयंती
अखिल भारतीय श्री गुरुदेव सेवामंडल की ओर से खेत में टिफीन ले जाने वाले किसानों और सरपंच सुरेंद्र भिवगड़े, विशाल शेलके, प्रमोद पांडे और पांच प्रमनाथ शेतखानों को शॉल और श्रीफल स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया. ग्रामराई वह किसान है जो दुनिया की रोटी है. सर्वाधिकारी लक्ष्मण गामे ने कहा कि वे आखिरी सांस तक खेतों में काम करते हैं, कृषि प्रधान देश में किसानों का सम्मान ही उनकी असली जयंती है.

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