आदर्श हाईस्कूल में भव्य ग्रीष्मकालीन शिविर का प्रारंभ
छात्रवृत्ति के पात्र छात्रों का किया सत्कार

दर्यापुर/दि.5-श्री.शिवाजी शिक्षण संस्था अमरावती द्वारा संचालित आदर्श हाईस्कूल व कनिष्ठ महाविद्यालय दर्यापुर में हर साल की तरह इस साल भी ग्रीष्मकालीन व्यक्तित्व विकास, क्रीडा व छंद शिविर 2025 का आयोजन और कक्षा 5, कक्षा आठवी के छात्रवृत्ति परीक्षा में उत्तीण तथा छात्रवृत्ति के लिए पात्र छात्रों का सत्कार किया गया. शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री.शिवाजी शिक्षण संस्था, अमरावती के आजीवन सदस्य तथा शाला समिती के सदस्य अच्युतराव देशमुख ने की. उद्घाटक के रूप में श्री.शिवाजी शिक्षण संस्था अमरावती कार्यकारिणी सदस्य तथा शाला समिति सदस्य प्राचार्य केशवराव गावंडे, प्रमुख अतिथि के रूप में श्री.शिवाजी शिक्षण संस्था, अमरावती आजीवन सदस्य, तथा शाला समिती सदस्य पंजाबरावजी म्हाला, आजीवन सदस्य तथा सदस्य शाला समिती के भागवतराव बुरघाटे व ज्ञानदेवराव घाटे, मुख्याध्यापक मनोजराव देशमुख, उपमुख्याध्यापिका कल्पना धोटे, शिक्षक प्रतिनिधि अनिलराव भारसाकले, जूनियर कॉलेज के प्रभारी प्रशांतराव गावंडे, माध्यमिक विभाग प्रभारी अंजलीताई रेचे, कक्षा 5 वी से कक्षा 8 वीं के प्रभारी दिनेशराव ठाकरे, शिक्षकेत्तर प्रतिनिधि प्रदीपदादा भारसाकले मंच पर उपस्थित थे. सर्वप्रथम डॉ.पंजाबराव देशमुख की पूर्णाकृति प्रतिमा का पूजन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. मुख्याध्यापक मनोजराव देशमुख ने प्रस्तावना में शिविर का उद्देश्य बताया. इसके पश्चात महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद पुणे द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा में पात्र छात्रों का गुणगौरव मान्यवरों के हाथों किया गया. अवंतिका निशानराव, संस्कृती गुडधे, सानवी तिडके, गौरी डालखडे, राधा सांगोले, रेणुका काले, सार्थक ढोबले, सर्वेश डोरस, आदित्य भारती इन विद्यार्थियों ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की. कार्यक्रम दौरान प्रमुख अतिथि ज्ञानदेवराव घाटे ने छात्रों को ऊर्जावान, सर्वगुण संपन्न रहने के लिए शिविर की आवश्यकता होती है, इस प्रकार मार्गदर्शन किया. तथा केशवराव गावंडे ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए शिविर की आवश्यकता पर जोर दिया. इस अवसर पर अच्युतराव देशमुख ने अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ.भाऊसाहेब के साथ बितायी यादें ताजा की. कार्यक्रम का संचालन सहायक शिक्षक गजाननराव घटाले ने किया. आभार शारीरिक शिक्षक सचिनराव खांडे ने माना. इस समय स्कूल के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी, विद्यार्थी उपस्थित थे.