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शराब व आभूषणों की विक्री पर जीएसटी ने दिया कर वृद्धि का प्रस्ताव

राज्य उत्पाद शुल्क विभाग ने किया विरोध

मुंबई/दि.20– राज्य विक्री कर विभाग (जीएसटी) ने शराब व सोने की विक्री पर कर वृद्धि का प्रस्ताव राज्य सरकार को सुझाया है. लेकिन राज्य उत्पाद शुल्क विभाग ने इस पर अपनी सहमति नहीं दर्शायी है.
बता दें कि, बढते राजस्व घाटे को देखते हुए अतिरिक्त राजस्व स्त्रोत पर चर्चा करने हेतु हाल ही में मुंबई में एक बैठक संपन्न हुई. जिसमें राज्य के उपमख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजित पवार भी उपस्थित थे. इस बैठक में थ्री स्टार होटल की बजाय छोटे रेस्टारेंट व होटलों में बेची जाने वाली शराब पर लगने वाले कर को बढाने का प्रस्ताव जीएसटी विभाग द्बारा दिया गया है. फिलहाल होटल व रेस्टारेंट में बेची जाने वाली शराब पर 5 फीसद जीएसटी लगाई जाती है. जिसे 10 से 15 फीसइ करने का प्रस्ताव रखा गया है. यह प्रस्ताव मान्य होने पर छोटे शहरों के छोटे-मोटे रेस्टारेंट व बार में मिलने वाली शराब महंगी हो जाएगी. साथ ही मुंबई-पुणे जैसे शहरों मेें तारांकित नहीं रहने वाले होटलों में भी शराब महंगी मिलेगी.
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 से यानि करीब 12 वर्षों से ऐसे होटलों में शराब पर लगने वाले कर में कोई वृद्धि नहीं की गई है. वहीं 4 व 5 तारांकित होटलों में शराब विक्री पर फिलहाल 20 फीसद टैक्स लगाया जाता है. परंतु ऐसे होटलों में होने वाली शराब विक्री छोटे होटलों की तुलना में अत्यल्प है और ज्यादातर शराब की विक्री सामान्य होटलों व रेस्टारेंट में ही होती है.
जहां एक ओर जीएसटी द्बारा शराब पर कर वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया गया है. वहीं दूसरी ओर राज्य उत्पाद शुल्क विभाग ने कर वृद्धि के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा है कि, कर वृद्धि होने पर परमिट रुम व छोटे होटलों से होने वाले शराब की विक्री घट जाएगी. इसके साथ ही सोने और आभूषणों पर लगने वाले कर को 3 फीसद से बढाकर 4 से 5 फीसद करने का प्रस्ताव भी जीएसटी ने सुझाया है. लेकिन अब तक राज्य सरकार ने इस पर निर्णय नहीं लिया है.

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