महाराष्ट्र

मुर्गियों से ‘गुइलेन बैरे सिंड्रोम’ का प्रादूर्भाव

कुक्कुटपालन केंद्र के नमूनों में ‘कैम्पायलोबैक्टर जेजुनी’ पाये जाने से अनुमान

पुणे/दि.22 गुइलेन बैरे सिंड्रोम का प्रादूर्भाव मुर्गियों से होने का प्राथमिक अनुमान राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्था के संशोधन से व्यक्त किया गया है. कुक्कुटपालन केंद्र के नमूनों मेेंं ‘कैम्पायलोबैक्टर जेजुनी’ पाये जाने से यह अनुमान व्यक्त किया गया है. लेकिन इस विषय में संशोधन जारी है. इससे प्रादूर्भाव का करण सामने आयेगा, ऐसा एनआईवी के संचालक डॉ. नवीनकुमार ने कहा है.
जनरल प्रैक्टीशनर्स एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी का चयन रविवार को हुआ. इस अवसर पर डॉ. कुमार बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि, जीबीएस संसर्ग का कोई कारण बताया नहीं जा सकता. अब तक संशोधन के मुताबिक 8 से 9 तरह के संसर्ग के कारण जीबीएस होने की संभावना रहती है. जीबीएस के प्रादूर्भाव के बाद एनआईवी ने कुक्कुटपालन केंद्र की मुर्गियों की विष्ठा, मरीजों के रक्त नमूने और पानी की जांच की. कुछ नमूनों में कैम्पायलोबैक्टर, तथा कुछ नमूनों में नोरोवायरस का निदान हुआ है. ‘कैम्पायलोबैक्टर जेजुनी’ का संसर्ग किस मार्ग से हुआ, इसके लिए प्रादूर्भाव हुए क्षेत्र के जल नमूनों की जांच की गई. जांच में कुछ मरीजों के घर के पानी में कैम्पायलोबैक्टर पाया गया था. पश्चात खडकवासला बांध के परिसर के कुक्कुटपालन केंद्र की मुर्गियों की विष्ठा की जांच की गई. इसमें के 30 से 35 प्रतिशत नमूनों में कैम्पायलोबैक्टर पाया गया. इससे यह प्राथमिक अनुमान व्यक्त किया गया है. एनआईवी फिलहाल जीबीएस को कारणीभूत साबित होने वाले विविध तरह के 26 घटकों की जांच कर रही है. यह जांच पूर्ण होने के कारण प्रादूर्भाव का कारण स्पष्ट होगा, ऐसा भी डॉ. कुमार ने कहा. तापमान में बढोत्तरी, प्राणी-मनुष्य संपर्क तथा पक्षियों के स्थलांतर के कारण आगामी समय में संक्रामकता प्रकोप होने की संभावना व्यक्त की जाती है.

* कुछ नमूनों में निदान हुआ
जीबीएस के प्रादूर्भाव के बाद एनआईवी द्वारा कुक्कुटपालन केंद्र के मुर्गियों की विष्ठा, मरीजों के रक्त नमूने और पानी की जांच की गई. कुछ नमूनों में कैम्पायलोबैक्टर तथा कुछ नमूनों में नोरोवायरस का निदान हुआ है.
– डॉ. नवीनकुमार,
संचालक, एनआईवी.

* अनुमान किस आधार पर?
– कुक्कुटपालन केंद्र के नमूनों में कैम्पायलोबैक्टर जेजुनी’ (जीवाणु) पाया गया.
– इस अभ्यास के आधार पर जीबीएस के संसर्ग बाबत प्राथमिक अनुमान.
– कुक्कुटपालन केंद्र के कुछ नमूनों में नोरोवायरस का निदान हुआ.
– एनआईवी फिलहाल जीबीएस को कारणीभूत विविध 26 घटकों की जांच कर रहा है.

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