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सेवा सप्ताह वर्चुअल रैली में बोले फडणवीस
मुंबई/दि.१९ – विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने साल २०१९ के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन करने के फैसले को गलत बताया है. फडणवीस ने कहा कि साल २०१९ के विधानसभा चुनाव में भाजपा अकेले लडती तो हमें १५० से ज्यादा सीटें मिलती. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर मुंबई भाजपा कार्यालय में सेवा सप्ताह वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर फडणवीस ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले वरिष्ठ पत्रकार भाउ तोरसेकर ने एक किताब लिखी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव में भाजपा अकेले लडेंगी तो १५० से ज्यादा सीटें जीतेगी. यदि शिवसेना के साथ गठबंधन करके चुनाव लडेगी तो २०० से ज्यादा सीटें जीतेगी. उस समय हमने चूक कर दी. फडणवीस ने कहा कि तोरसेकर ने पीएम मोदी के बारे में भी दो भविष्यवाणी की थी जो सच साबित हुई. उन्होंने साल २०१४ के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिलने और साल २०१९ के लोकसभा चुनाव में भाजपा को ३०० से ज्यादा सीटें मिलने की बात कही थी. उनकी दोनों भविष्यवाणी सही साबित हुई. यदि भाजपा विधानसभा चुनाव में शिवसेना से गठबंधन नहीं करती तो तोरसेकर की तीसरी भविष्यवाणी भी सही साबित होती. विधानसभा चुनाव में भाजपा को १५० से ज्यादा सीटें मिलती.
बाबासाहब स्मारक शिलान्यास समारोह टालने से दलित नेताओं ने जताई नाराजगी
महानगर के दादर स्थित इंदू मिल में बननेवाले भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर स्मारक के शिलान्यास समारोह को टाल दिया गया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की मौजूदगी में दोपहर ३ बजे स्मारक की संशोधित परिकल्पना के तहत चबूतरे और प्रतिमा के शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया था, लेकिन इस समारोह का निमंत्रण नहीं मिलने से आंबेडकर आंदोलन से जुडे नेताओं समेत विपक्षी दल के नेताओं ने कडी नाराजगी जतायी. वहीं समारोह को लेकर सत्ताधारी तीनों दलों के बीच भी तालमेल का अभाव साफ नजर आया. इसके बाद स्मारक निर्माण करनेवाली मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने समारोह को टालने का फैसला लिया. वहीं मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि एमएमआरडीए ने समारोह के आयोजन की तैयारी की थी लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण समारोह में सभी का सहभागी होना जरूरी है. मैने एमएमआरडीए को यह बात ध्यान दिलाई है. सभी आवश्यक मान्यवरों को निमंत्रित कर अगले कुछ दिनों में शिलान्यास समारोह को आयोजीत करने के निर्देश एमएमआरडीए को दिए है. सभी के सहयोग से अगले कुछ दिनोें में इंदू मिल में स्मारक शिलान्यास समारोह आयोजीत होगा. मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर राजनीति न करने का आवाहन किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदू मिल में आंबेडकर स्मारक बनाने की सभी की इच्छा हैं. इसमें किसी पार्टी और संगठन के रूप में भेदभाव नहीं हो सकता. इस मुद्दे पर कोई राजनीति न करें.
आयोजन को लेकर हुई गलती : मलिक
राकांपा प्रवक्ता व प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि स्मारक के शिलान्यास समारोह के आयोजन को लेकर थोडी चूक हुई है. मैं मंत्री हूं लेकिन मुझे भी निमंत्रण नहीं दिया गया. हमारी भूमिका है कि इतना छोटा समारोह आयोजीत नहीं किया जाना चाहिए. मलिक ने कहा कि तीनों दलों के नेताओं को मिलकर समारोह के आयोजन के बारे में फैसला करना चाहिए.
हमें नहीं बुलाना चाहती थी सरकार : आठवले
आरपीआई अध्यक्ष तथा केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि मुझे और दलित नेताओं को शिलान्यास समारोह में बुलाया जाना था. लेकिन सरकार जानबुझकर राजनीति कर रही है. पुणे में वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि, मुझे समारोह के लिए निमंत्रण नहीं मिला है. मेरे मुख्यमंत्री से रिश्ते अच्छे है, लेकिन कांग्रेस और राकांपा से मेरे रिश्ते कैसे है यह सभी को पता है. रिपब्लीकन सेना के अध्यक्ष आनंदराज आंबेडकर ने कहा कि मुझे निमंत्रण नहीं दिया गया था लेकिन मीडिया में खबरे आने के बाद एमएमआरडीए ने मुझे न्यौता दिया. आनंदराज ने कहा कि राज्य में कोरोना और मराठा आरक्षण का मुद्दा गरम है. ऐसी स्थिति में समारोह का आयोजन करने की जरूरत नहीं थी. बॉ्नस, फोटो दैनिक भास्कर से
१०८९.९५ करोड होंगे खर्च
प्रधानमंत्री द्वारा स्मारक के भुमिपूजन किए जाने के पांच साल पूरे होनेवाले हैं, लेकिन अभी तक स्मारक की नींव नहीं रखी जा सकी है. स्मारक की लागत में ३२६ करोड ९० लाख रूपए का इजाफा हो गया है. इससे अब स्मारक के लिए १०८९.९५ करोड रूपए खर्च का अनुमान है.