महाराष्ट्र

कोकाटे की सजा स्थगिती पर सुनवाई लटकी

नाशिक/दि.1– राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने खुद को सुनाई गई दो साल की सजा पर स्थगिती मिलने हेतु सत्र न्यायालय में अपील दाखिल की थी. वहीं कोकाटे की सजा को स्थगिती न दी जाए इस मांग के लिए हस्तक्षेप अपील भी दाखिल की गई है. इस मामले में आज फैसला आने की उम्मीद थी. परंतु अब इस मामले की अगली सुनवाई आगामी 5 मार्च को होनेवाली है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस बात की ओर लगी हुई है कि, सत्र न्यायालय द्वारा 5 मार्च को हस्तक्षेप याचिका पर क्या फैसला सुनाया जाता है, वहीं दूसरी ओर हस्तक्षेप याचिका दाखिल करनेवालों को हाईकोर्ट जाने हेतु समय व छूट भी दिए गए है.
बता दें कि, करीब 30 वर्ष पहले माणिकराव कोकाटे ने नाशिक शहर के संभ्रांत इलाके कैनडा कॉर्नर परिसर स्थित निर्माण व्ह्यू अपार्टमेंट में मुख्यमंत्री कोटे से अल्प उत्पन्न गट के तहत अपने सहित अपने भाई विजय कोकाटे तथा पोपट सोनवने व प्रशांत गोवर्धने के नाम पर चार फ्लैट हासिल किए थे. पश्चात तत्कालीन राज्यमंत्री तुकाराम दिघोले की शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने फ्लैट वितरण मामले की जांच की थी और अदालत के समक्ष मामला रखा गया. जिसके बाद नाशिक की कोर्ट ने माणिकराव कोकाटे सहित उनके भाई को दो-दो साल से सश्रम कारावास व 50-50 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई. जिसके चलते मंत्री माणिकराव कोकाटे का मंत्री एवं विधायक पद खतरे में पड गया. ऐसे में अपनी सजा के खिलाफ कृषि मंत्री कोकाटे ने जिला व सत्र न्यायालय में अपील दाखिल की थी. वहीं कोकाटे की सजा को स्थगिती न दी जाए, इस मांग को देकर अंजली दिघोले ने पहले ही हस्तक्षेप आवेदन दाखिल कर रखा था. जिसके बाद शरद शिंदे ने भी हस्तक्षेप आवेदन दाखिल किया. ऐसे में अदालत ने सभी पक्षों का युक्तिवाद सुनते हुए मामले की अगली सुनवाई हेतु 5 मार्च की तारीख तय की.

 

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