सततधार बारिश से खेती किसानी का जबरदस्त नुकसान
किसान हुए चिंतातुर, ग्रीष्मकालीन फसले बर्बाद, खरीफ का नियोजन गडबडाया

अमरावती /दि.26– इस समय अमरावती जिले व संभाग सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज आंधी-तूफान के साथ बेमौसम बारिश का जबरदस्त दौर चल रहा है तथा शनिवार व रविवार को भी अधिकांश हिस्सों में हलके व मध्यम सहित मूसलाधार स्तर की बारिश हुई. जिसके चलते आम जनजीवन अस्तव्यस्त होने के साथ ही खेतीकिसानी का जमकर नुकसान हुआ है. लगातार हो रही बारिश की वजह से कई इलाकों के खेतों में जलजमाव वाली स्थिति बन गई है. जिसके चलते जहां एक ओर खेतों में कटाई हेतु तैयार ग्रीष्मकालीन फसले बर्बाद हुई है, वहीं कई स्थानों पर आगामी खरीफ सीजन को लेकर चल रहा नियोजन पूरी तरह से गडबडा गया है.
* नदी-नाले उफान पर, बांध लबालब
लगातार हो रही बारिश के चलते सभी नदी-नालों में पानी का बहाव तेज हो गया है. साथ ही साथ सभी छोटे-बडे व मध्यम प्रकल्पों में जलस्तर भी तेजी के साथ बढा है और कुछ स्थानों पर छोटे प्रकल्पों सहित कोल्हापुरी बांध लबालब भर गए है. जिसे खेते हुए प्रशासन द्वारा नदी-नालों व नहरों के किनारे रहनेवाले सभी लोगों को सावधानी व सतर्कता बरतने हेतु कहा गया है.
* तापमान में आई कमी
विगत करीब चार दिनों से लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते शहर सहित जिलावासियों को गर्मी की तपीश से राहत मिल गई है. क्योंकि बारिश के चलते वातावरण काफी हद तक सर्द हो गया है और तापमान में कमी आई है. विगत शनिवार को सुबह अच्छी-खासी धूप थी, परंतु दोपहर 12 बजे से मौसम में अचानक बदलाव हुआ और अमरावती शहर सहित जिले के अधिकांश क्षेत्रों में बेमौसम बारिश हुई. जो लगातार करीब डेढ घंटे तक चलती रही. इसके बाद शनिवार की देर शाम से बारिश का एक और दौर शुरु हुआ जो रविवार की दोपहर तक चलता रहा. साथ ही साथ रविवार की रात भी अच्छा-खासा पानी बरसा. ऐसे में मई माह के पहले दो सप्ताह के दौरान पडी भीषण गर्मी अब नदारद हो गई है.
* चिखलदरा में छाई घने कोहरे की चादर
मानसूनपूर्व बारिश द्वारा जोरदार हाजिरी लगाए जाने के चलते विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा पर्यटन स्थल सहित मेलघाट में इस समय सफेद रंग की घने कोहरे वाली चादर छाई हुई है. साथ ही सिपना नदी सहित पहाडी नाले व झरने भी बहने लगे है. चिखलदरा पर्यटन स्थल सहित परिसर में रविवार की दोपहर करीब दो घंटे तक जोरदार बारिश हुई. साथ ही चिखलदरा में रविवार की सुबह से हर ओर घना कोहरा छाया हुआ था. जिसके चलते शनिवार और रविवार को चिखलदरा में पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड रही और बेमौसम बारिश की वजह से चिखलदरा पहुंचे पर्यटकों को देखकर चिखलदरा के पर्यटन व्यवसायी भी हर्षित दिखाई दिए. साथ ही साथ इस बेमौसम बारिश के चलते मेलघाट के जंगलो में स्थित पानी के प्राकृतिक स्त्रोत लबालब भर गए है और जंगल क्षेत्र में भी तापमान नियंत्रित हो गया है. जिसकी वजह से इस जंगल क्षेत्र में रहनेवाले वन्य प्राणियों को भी सुखद अनुभूती होती दिखाई दे रही है.