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बंगाल उपसागर, अरबी समुद्र में ककम दाब का पट्टा
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किसानों के सोयाबीन, कपास, संतरा को नुकसान
मुंबई/दि.18 – फिलहाल बंगाल के उपसागर में व अरबी समुद्र में दो अलग-अलग हवाओं के कम दाब का क्षेत्र निर्माण हुआ है. दोनों स्थानों पर हवा का कम दाब का क्षेत्र तीव्र होने से इसका मानसून पर असर हुआ है. इस कारण राज्य में दो से तीन दिन मानसून का मुकाम बढ़ा है. हवामान खाते ने वाशिम, अकोला, अमरावती, यवतमाल, वर्धा, चंद्रपुर,नागपुर, भंडारा, गोंदिया, गडचिरोली, नाशिक, धुले, जलगांव, नंदुरबार, औरंगाबाद, अहमदनगर, बीड, बुलडाणा, जालना, परभणी, नांदेड़ और हिंगोली इन 22 जिलों को यलो अलर्ट जारी किया है. इन सभी जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.
तापमान में ठंडक- प्रति वर्ष 17 अक्तूबर को मानसून राज्य से लौटता है. 6 अक्तूबर से वापसी के प्रवास की शुरुआत होने के बाद दरमियान अरबी समुद्र में और बंगाल के उपसागर में ह वा के कम दाब का क्षेत्र निर्माण हुआ है. इस कारण वापसी की बारिश महाराष्ट्र और ईशान्य के कुछ राज्यों में अटकी है. जिसके कारण राज्य में और दो दिन बारिश की संभावना है, वहीं अलसुबह तापमान में थोड़ी ठंडक महसूस की जा रही है. महाबलेश्वर में 15.8 अंश सेल्सिअस तापमान दर्ज किया गया. वहीं सातारा (18.7), नाशिक (16.3), सोलापुर (18.6), औरंगाबाद (18.4), पुणे (18.4) व बारामती 18.2 अंश सेल्सिअस तापमान दर्ज किया गया है.
सोयाबीन, कपास, संतरा का नुकसान
विगत तीन दिनों से वापसी की बारिश ने तांडव शुरु करने से किसानों का काफी नुकसान हुआ है. अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर,धामणगांव रेल्वे,मोर्शी,वरुड,चांदूर बाजार,भातकुली, अचलपुर, अंजनगांवसुर्जी, चिखलदरा व धारणी इन 14 तहसीलों में गत तीन दिनों से वापसी की बारिश ने कहर किया है.