प्रैक्टिकल परीक्षा और वाइवा के लिए स्काइप अथवा मिटिंग एप या टेलीफोन के माध्यम का होगा इस्तेमाल
उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने दी जानकारी
मुंबई/दि.४ – प्रदेश के विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा और वाइवा के लिए स्काइप अथवा अन्य पद्धति के मिटिंग एप याफिर टेलीफोन के माध्यम का इस्तेमाल किया जाएगा. विश्वविद्यालयों को 15 से 30 सितंबर के बीच प्रैक्टिकल की परीक्षा पूरी करनी होगी. विद्यार्थी अपने घर बैठे ही प्रैक्टिकल परीक्षा दे सकेंगे. शुक्रवार को मंत्रालय में प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने यह जानकारी दी. पत्रकारों से बातचीत सामंत ने कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समिति ने अंतिम परीक्षा कराने संबंधी रिपोर्ट को सरकार को सौंप दिया है. इस समिति ने अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन, ऑफलाइन, मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चयन (MCQ) और ओपन बुक समेत अन्य विकल्प सुझाएं हैं. समिति की रिपोर्ट को विश्वविद्यालों के पास भेजा गया है. विश्वविद्यालयों को इस रिपोर्ट पर एकेडमिक काउंसिल और परीक्षा बोर्ड में चर्चा करके 7 सितंबर तक परीक्षा पद्धति और टाइम टेबल के बारे में सरकार को बताना होगा. सामंत ने कहा कि अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की बैकलाग परीक्षाएं भी इसी पद्धति से होंगी।
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. यदि किसी कारणवश कोई विद्यार्थी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं नहीं दे पाता है तो विश्वविद्यालयों को दोबारा परीक्षा देने का मौका देना पड़ेगा. सामंत ने कहा कि विदेश में पढऩे के लिए जाने वाले विद्यार्थियों को यदि प्रोविजनल सर्टिफिकेट की जरूरत होगी तो उन्हें पहले ही यह सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया जाएगा. सामंत ने कहा कि सोमवार अथवा मंगलवार को सामंत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक मंगलवार तक बुलाने के लिए कहा जाएगा. जिसमें 31 अक्टूबर तक परीक्षा प्रक्रिया पूरी कराने संबंधित प्रस्ताव मंजूर किया जाएगा. फिर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) को संबंधित प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. यूजीसी की मंजूरी के बाद विश्वविद्यालयों को परीक्षा लेने के बाद 31 अक्टूबर तक परीक्षा परिणाम घोषित करना पड़ेगा.