महाराष्ट्र

हाई कोर्ट ने नए साल में नई शुरुआत की जताई उम्मीद

कोविड-19 को सफलता पूर्वक निपटने को लेकर राज्य सरकार की तारीफ

मुंबई/दि.14 – मुंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को कोविड-19 के चलते निर्माण हुए हालात से सफलता पूर्वक निपटने को लेकर राज्य सरकार की तारीफ की है. न्यायालय ने कोविड-19 से जुडे सभी मामलों पर दायर जनहित याचिका की सुनवाई के दरमियान कहा कि महाराष्ट्र कोविड-19 से पैदा हुई चुनौतियों का सफलता पूर्वक सामना करने वाले अग्रणी राज्यों में है.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दरमियान इस वर्ष अप्रैल में खराब हुए हालात का हवाला देते हुए अदालत ने उम्मीद जताई है कि नया साल नई शुरुआत लाएगा. न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एमएस कार्णिक की खंडपीठ ने पिछले साल इस मुद्दे पर दायर कई जनहित याचिकाओं का निराकरण करते हुए यह टिप्पणी की. याचिकाकर्ताओं ने अदालत को बताया कि सरकार ने हाई कोर्ट व्दारा पारित आदेशों का पालन रकते हुए लोगों को जरुरी राहत दी है. याचिकाकताओं ने अपनी याचिकाएं वापस लेने की बात कही क्योंकि उनकी ज्यादातर मांगें सरकार ने मान्य की है. न्यायालय ने कहा कि हमें काले दिनों को भूल जाना चाहिए. मगर सतर्कता में कोई ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए. हमें उम्मीद है कि नया वर्ष नई शुरुआत लाएगा और हम अप्रैल 2021 जैसे हालात दोबारा लौटते हुए नहीं देखेंगे. अदालत ने कहा कि हमें यह कहते हुए हिचक नहीं हो रही है कि महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण से निपटने वाले अग्रणी राज्यों में से है. हमें बताया गया कि कुछ राज्यों में अब भी अदालतें प्रत्यक्ष सुनवाई के लिए नहीं खुली हैं, लेकिन हमने जो सामूहिक प्रयास किये वह सफल रहे. न्यायालय ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को कोरोना संक्रमण के बचाव हेतू टीकाकरण अभियान चलाकर टीके और दवाओं में वरिष्ठ नागरिकों और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को प्राथमिकता देते रहनी होगी. जिसके चलते उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है.

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