लिमेरिक/दि. 11- देश के सातारा निवासी पार्थ सालुंखे ने अंतरराष्ट्रीय युवा तीरंदाजी चैंपियनशिप में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. उन्होंने रिकर्व वर्ग में अंडर-21 वर्ग में विश्व खिताब जीता. यह खिताब और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विश्व तीरंदाजी पर एकाधिकार रखने वाले दक्षिण कोरिया के प्रतिद्वंद्वियों को हराकर यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं. सातारा के 19 वर्षीय तीरंदाज ने स्वर्ण पदक जीतकर इस प्रतियोगिता में भारत के अभियान का सुनहरा समापन किया. शुरुआत में पिछड़ने के बाद, टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता प्राप्त साँग इंजून को 7-3 से हराया. पार्थ ने अंडर-21 ग्रुप में रिकॉर्ड के रूप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की.
मुझे वर्तमान में जीना पसंद है
मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोचता कि प्रतिद्वंद्वी कौन है? मुझे पिछले मैच भी याद नहीं हैं. मुझे वर्तमान में जीना पसंद है. योग और ध्यान का अभ्यास करके, मैं शांति से निशाना लगाने में सक्षम हो गया. उसका फायदा फाइनल में हुआ, ऐसा पार्थ ने कहा.
एकाग्रता बनाए रखी
मैं विश्व विजेता हूं. इस सफलता की खुशी ही कुछ और है. पूरी प्रतियोगिता के दौरान हवा की दिशा का अंदाजा पूर्वानुमानित नहीं था. हालाँकि, मैंने धैर्य नहीं खोया. मेरी एकाग्रता बनाये रखी. यह मुझे बताता रहा कि मैं जीत सकता हूं.
– पार्थ सालुंखे
* यह है उपलब्धियां
-एशिया कप श्रृंखला के तीसरे चरण के जून टूर्नामेंट में कांस्य पदक
-इसी श्रृंखला के सुलेमानियाह (इराक) और इसी श्रृंखला में पिछले वर्ष शारजाह प्रतियोगिता में कांस्य, पिछले वर्ष के राष्ट्रीय खेलों में कांस्य पदक
– 2021 विश्व युवा चैंपियनशिप में टीम और मिश्र डबल्स में स्वर्ण, उसी वर्ष राष्ट्रीय सीनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण
– 2021 विश्व युवा चैंपियनशिप में व्यक्तिगत रजत