होटल व रेस्टॉरेंट में 30 फीसदी ग्राहकों की कमी
लॉकडाउन की आशंका से होटल उद्योग पर फिर से मंडराया खतरा

मुंबई/दि.25 – राज्य में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढने से होटल व्यवसाई लॉकडाउन की आशंका से भयभीत है. होटल व्यवसाईयों के सबसे बडे संगठन होटल एन्ड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया (एचआरएडब्ल्यूआई) का कहना है कि कोरोना बढने की खबरों की वजह से होटल-रेस्टॉरेंट में तीस फीसदी ग्राहक कम हो गए हैं. एचआरएडब्ल्यूआई ने कहा कि फिर से लॉकडाउन लगाने से हॉस्पिटलिटी सेक्टर को बहुत अधिक नुकसान का सामना करना पडेगा. कोई भी बडा फैसला लेने से पहले महाराष्ट्र सरकार को व्यावहारिक रूप से सोचना चाहिए. एचआरएडब्ल्यूआई के अध्यक्ष शेरी भाटिया ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वायरस को फैलने से रोेकने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है. साथ ही हमें इस बात की चिंता है कि लॉकडाउन के कारण होटल और रेस्टॉरेंट उद्योग को ही सबसे अधिक नुकसान होगा. जबकि मॉल, शॉपिंग सेंटर, किराने की ेदुकानें, सार्वजनिक परिवहन और हवाई अड्डों की अपेक्षा होटल और रेस्टॉरेंट अधिक सुरक्षित स्थान हैं. यहां की टेबल-कुर्सी कोे सोशल डिस्टंसिंग के अनिवार्य मापदंडो को ध्यान में रखते हुए ही लगाया जाता है.
पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन से होटल उद्योग अभी तक उबर नहीं सका है. ऐसे में यदि इस बार आंशिक रूप से भी लॉकडाउन लगा तो हॉस्पिटलीटी व पर्यटन व्यवसाय इसे सहन नहीं कर पाएगा. हम राज्य सरकार से अनुरोध करते हैं कि जल्दबाजी में कोई निर्णय लेकर लॉकडाउन लागू न करें. एचआरएडब्ल्यूआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप शेट्टी ने कहा, हॉस्पिटलिटी उद्योग सबसे खराब समय से गुजर रहा है. अभी होटल रेस्टॉरेंट उद्योग पिछले साल के लॉकडाउन के नुकसान से उबरने का प्रयास कर रहा है. कोविड-19 के मामले बढने की खबर आते ही पिछले वीकेंड पर होटल एवं रेस्टॉरेंट में लोगों की संख्या में 30 प्रतिशत गिरावट आई है. फिलहाल शहरों में केवल 60 से 70 प्रतिशत रेस्टॉरेंट खुले हैं. ये भी केवल 50 प्रतिशत क्षमता से चलाए जा रहे है. एचआरएडब्ल्यूआई ने अपने सभी सदस्यों को एक परिपत्र जारी कर कहा है कि स्थानीय प्राधिकरण द्वारा लागू किए गए सभी सावधानियों का पालन करें. शेट्टी ने कहा कि हम सरकार से न केवल लॉकडाउन से बचने की अपील कर रहे हैं बल्कि राज्यभर के लिए रात 1 बजे तक होटल-रेस्टॉरेंट चलाने की छूट देने की उम्मीद करते हैं.