नागपुर /दि.7- नीट के परिणाम आने पर एक साथ 67 अभ्यर्थियों ने पहली रैंक हासिल की, जिसके बाद अब ये नतीजें पूरी तरह से शक के घेरे में है. ऐसे में कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि इसमें कुछ न कुछ धांधली जरूर हुई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 2024 का नीट रिजल्ट घोषित कर दिया, लेकिन एक साथ 67 अभ्यर्थियों की पहली रैंक आने पर सवाल उठ रहे हैंइस पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया सामने आ रही.
हालांकि, एक साथ 67 छात्रों के नंबर एक पर पहुंचने पर सवाल लगातार उठ रहे हैं और ऐसे में एनटीए द्वारा कराया गया एग्जाम भी शक के घेरे में आ सकता है. हालांकि, अगर जांच होती है तब जाकर इस बात का खुलासा होगा कि आखिर ये चमत्कार में कैसे बदलाव हुए है.
हालांकि, नीट रिजल्ट को जारी करते हुए एनटीए ने कैटेगरी वाइस रिजल्ट जारी कर दिया है. हालांकि, फाइनल रिजल्ट तो 3 जून, 2024 को ही आ गया था, लेकिन अब एक विषय जो सभी को परेशान कर रहा है, वो ये है कि एक साथ 67 बच्चों की आई पहली रैंक, जो कहीं ना कहीं शक के घेरे में हैं.
इस पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ’एक्स’ पर कहा, एकदम नीट क्लियर है. पेपर लीक हुआ है, धांधली हुई है. बच्चों के साथ नाइंसाफी हुई है. एनटीए अपनी नाकामी छुपा रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ’एक्स’ पर एक दूसरे यूजर्स ने ट्वीट कर कहा, ’नीट परीक्षा परिणाम के साथ क्या हो रहा है? यह सचमुच चिंताजनक लगता है’.
तीसरे सोशल मीडिया यूजर अनिल तिवारी ने ट्वीट कर कहा, नीट परीक्षा परिणाम में भारी अनियमितताएं, 8 छात्रों ने नीट परीक्षा दी और उन्हें समान क्रम में समान उत्तर मिले, जिसके बारे में बताता हुए आंकड़े भी पेश किये, जो 2307010168, 333, 403, 460, 178, 037, 186, 198 कुछ इस तरह हैं. उन सभी ने शीर्ष अंक प्राप्त किए और परीक्षण के लिए एक ही स्थान पर गए. साथ ही, उनमें से दो को वास्तव में उच्च अंक मिले: 718 और 719.