योग एवं निसर्गोपचार शिविर को भारी प्रतिसाद
समापन समारोह में अतिथियों ने किया मार्गदर्शन

चिखलदरा / दि. 22– श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक द्बारा संचालित डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन अमरावती तथा भारतीय ज्ञान परपंरा द्बारा आयोजित ग्रीष्मकालीन योग एवं निसर्गोपचार शिविर को भारी प्रतिसाद मिला. शिविर का समापन कार्यक्रम स्थानीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय के प्रांगण में हुआ.
कार्यकम की अध्यक्षता योग गुरू प्रा. डॉ. अरूण खोडस्कर ने की. प्रमुख अतिथि के रूप में पूर्व नगराध्यक्ष भास्करराव हरमकर, समाजसेवी वरिष्ठ नागरिक अशरफ भाई, सुनील भालेराव, अशोक आसोलकर, डॉ. सुदेश मरिकर तथा शिविर संचालक प्रा. प्रवीण अनसाने मंच पर उपस्थित थे. इस शिविर का यह 49 वां वर्ष था. आनेवाले स्वर्ण जयंती वर्ष में विभिन्न आयोजन वर्ष भर करते रहने का मानस आयोजकों का है.
शिविर में योगासन, प्राणायाम, आहार तथा निसर्गोपचार जैसे विविध पहलुओं पर शिविरार्थियों का स्वास्थ्यवर्धक विषयों पर मार्गदर्शन तथा प्रात्यशिक कर उन्हें विस्तृत जानकारी दी गई. मुख्य अतिथियों ने अपने मार्गदर्शन में नैसर्गिक जीवन शैली जीने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागृत रहने की जानकारी बतलाते हुए नैसर्गिक वातावरण का लाभ लेने का आग्रह किया. शिविर में संपूर्ण राज्य के नागपुर, यवतमाल, कोल्हापुर,अमरावती, सिंधुदुर्ग , छत्रपति संभाजी नगर तथा परभणी आदि स्थलों से शिविरार्थियों ने भाग लिया.
उल्लेखनीय है कि इस शिविर के साथ ही महाराष्ट्र के योग परिषद तथा हनुमान प्रसारक मंडल द्बारा योगासन विषय के प्रंच प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया था. सफल प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र देकर उन्हें प्रमुख अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया. इस अवसर पर प्रशिक्षक के रूप में सुरेश मिरासे, डॉ. वशिष्ठ खोडस्कर तथा संजय देशमुख उपस्थित थे.
अपने अध्यक्षीय भाषण में योग गुुरू डॉ. अरूण खोडस्कर ने उपस्थितों को अपनी जीवनशैली में योग के महत्व को समझते हुए अपने स्वास्थ्य के प्रति जागृत रहने तथा उसे आनंदमय बनाने के गुर समझाए. इस अवसर पर कुछ प्रशिक्षणार्थियों ने अपने मनोगत व्यक्त करते हुए इस शिविर को अपने जीवन का सुखद तथा अनमोल समय बतलाकर शिविर संयोजन का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपक खरे ने किया. प्रस्तावना डॉ. सुरेश मीरकर ने की तथा प्रा. प्रवीण ने आभार व्यक्त किया. प्रा. प्रणय पवार, प्रा. हेमंत बक्षी, प्रा. प्रतीक पाथरे, दर्शन जाधव, प्रा. संपदा आगरकर ने शिविर को सफल बनाने विशेष प्रयत्न किए.
इस अवसर पर शिविरार्थियों की पेयजल की किल्लत को देखते हुए एक शिविरार्थी सुधाकर चौरपगार ने वाटर कूलर हेतु 25 हजार रूपए की धनराशि दान की. कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. खोडस्कर के हाथों सम्मानित कर उनका अभिनंदन किया गया.