मुझे पार्टी से किसी पद की अपेक्षा नहीं : पंकजा मुंडे
मुंबई/दि.24 – भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने मंगलवार को कहा कि मुझे पार्टी से अब किसी पद की अपेक्षा नहीं है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में पंकजा ने कहा कि मुझे पहले भी किसी पद की अपेक्षा नहीं थी और न ही मैंने कभी पद की अपेक्षा व्यक्त की थी. मुझे नहीं लगता कि किसी पद से जनता के बीच मेरी छवि और लोकप्रियता पर असर पडेगा.
इसके पूर्व पंकजा ने बुलडाणा में कहा था कि किसी के आगे हाथ फैलाकर कोई पद मांगना हमारे खून में नहीं है. इस बयान से समझा जा रहा था कि पंकजा विधान परिषद की छह सीटों पर होनेवाले चुनाव में उम्मीदवारी न मिलने से नाराज हैं. इस पर पंकज ने कहा कि मेरा जनता से संवाद स्थापित करने का एक तरीका है. मैं अपने तरीके को नहीं बदलूंगी. मुझे बुलडाणा में जो कहना था वह कह दिया. वह मामला वहीं पर खत्म हो गया है.
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में हुए नुकसान से सीख लेते हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री विनोद तावडे को भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाने और प्रदेश भाजपा के महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले को विधान परिषद की टिकट देकर भाजपा अपनी गलती सुधार रही है क्या? इस सवाल पर पंकजा ने कहा कि सुधार एक प्रक्रिया है, यह प्रक्रिया सदैव चालू रहती है. हम खुद में भी सुधार करते हैं.
इसी बीच पंकजा ने ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण को लेकर महाविकास आघाडी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ओबीसी आरक्षण बहाली के लिए अध्यादेश जारी कर केवल एक ढोंग किया है. सरकार के इस अध्यादेश के खिलाफ बाम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद खंडपीठ में याचिका दायर हुई है. इससे ओबीसी आरक्षण के तहत चुनाव लडनेवाले लोगों के सिर पर हमेशा तलवार लटकती रहेगी. सरकार ने ओबीसी समाज की पीठ में छुरा घोंपा है. पंकजा ने कहा कि अध्यादेश को टिकाए रखने के लिए ओबीसी का एम्पिरिकल डेटा जुटाना आवश्यक है. सरकार को ओबीसी का आंकडा जुटाने के लिए राज्य पिछडा वर्ग आयोग को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में निधी का प्रावधान करना चाहिए. पंकजा ने कहा कि तीन दलों की सरकार के दो विभागों में आपस में तालमेल नजर नहीं आता है. राज्य में तीन तिगाडा काम बिगाडा सरकार है. किसानों का जबरन बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है.