दोबारा मंत्री पद तो मिला, लेकिन पुराना मंत्रालय मिलने में दिक्कत
मित्र दलों के चलते अब अन्य विभागों पर मानना पडेगा समाधान
मुंबई /दि.17– मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की वर्ष 2014 वाली सरकार में तथा सीएम शिंदे की पिछली महायुति सरकार में मंत्री रह चुके कुछ लोगों को अब महायुति की नई सरकार में भी मंत्री पद तो मिल गया है. लेकिन इसमें से कई मंत्रियों को उनके पुराने विभाग दोबारा मिलने की संभावना नहीं है. मंत्रियों की संख्या अधिक रहने तथा कु महकमे मित्र दलों के हिस्से में चले जाने के चलते दोबारा मंत्री बने कई नेताओं को उनके पिछले व पसंदीदा विभागों से वंचित रहना पड सकता है.
बता दें कि, वर्ष 2014 से 2019 तक पंकजा मुंडे ग्राम विकास तथा महिला व बालकल्याण विभाग की मंत्री थी, वहीं अब महिला व बालकल्याण विभाग अजीत पवार गुट वाली राकांपा के पास है. जो निश्चित ही पार्टी की एकमात्र महिला मंत्री अदिती तटकरे के हिस्से में जाएगा. साथ ही शिंदे सरकार में ग्रामविकास विभाग गिरीष महाजन के पास था, जो इस बार भी उनके ही पास रहता है, तो पंकजा मुंडे को अलग मंत्रालय पर समाधान मानना पडेगा. वहीं यदि महाजन को जलसंपदा या उर्जा मंत्रालय दिया जाता है, तो पंकजा मुंडे को ग्रामविकास विभाग मिल सकता है.
बता दें कि, महायुति की मौजूदा सरकार में मुख्यमंत्री व दो उपमुख्यमंत्रियों सहित कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 36 है. ऐसे में लगभग सभी मंत्रियों के पास एक-एक मंत्रालय ही रहेगा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा गृह मंत्रालय अपने पास रखा जा सकता है. वहीं डेप्यूटी सीएम एकनाथ शिंदे के पास नगर विकास व डेप्यूटी सीएम अजीत पवार के पास वित्त मंत्रालय रह सकता है. साथ ही सीएम व डेप्यूटी सीएम के बाद अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले मौजूदा सरकार में वरिष्ठ मंत्री है, जो सोमवार को विधानसभा में चौथे क्रमांक के आसन पर दिखाई दिये. जिन्हें राजस्व मंत्रालय सौंपा जा सकता है. इससे पहले फडणवीस सरकार में मंत्री रहने वाले बावनकुले के पास उर्जा एवं उत्पाद शुल्क मंत्रालय हुआ करता था. जिसमें से उर्जा मंत्रालय बावनकुले का पसंसदीदा विभाग है. ऐसे में बावनकुले द्वारा इस बार भी उर्जा विभाग के लिए आग्रह किया जा सकता है. वहीं उत्पाद शुल्क विभाग शिंदे सेना के पास है. इसके अलावा वर्ष 2019 में शालेय शिक्षा मंत्रालय आशीष शेलार के पास था. जो इस समय शिंदे सेना के पास है. वहीं आदिवासी विकास विभाग अशोक उईके के हिस्से में जा सकता है.
* 5 प्रमुख विभागों हेतु अनेकों दावेदार
– राजस्व, ग्रामविकास, उर्जा, जलसंपदा व गृह निर्माण इन पांच प्रमुख विभागों के लिए चंद्रशेखर बावनकुले, राधाकृष्ण विखे पाटिल, गिरीष महाजन, चंद्रकांत पाटिल, आशीष शेलार, पंकजा मुंडे व अतुल सावे प्रमुख दावेदार है. जाहीर तौर पर 7 में से 5 को ही एक-एक के हिसाब से यह महकमे मिलेंगे. वहीं शेष दो को इससे कम महत्वपूर्ण विभागों पर संतोष करना होगा.
– उधर शिंदे सेना में भरत गोगावले के पास परिवहन, प्रकाश आबिटकर व प्रताप सरनाइक के पास शालेय शिक्षा या सार्वजनिक स्वास्थ्य में से कोई एक, शंभूराज देसाई के पास उत्पाद शुल्क, गुलाबराव पाटिल के पास जलापूर्ति, उदय सामंत के पास उद्योग व संजय शिरसाट के पास सामाजिक न्याय जैसे विभाग रहने की पूरी संभावना है.