‘लिव इन’ में रहनेवाली प्रेमिका के साढे चार साल के बेटे को ट्रेन में छोड दिया
प्रेमी गिरफ्तार, शाला के बहाने छोडा वर्धा जानेवाली ट्रेन में
नागपुर/दि.24– ‘लिव इन’ मे एक महिला के साथ रहते उसका साढे चार साल का बेटा रोडा बनने से प्रेमी ने ही इस बालक को वर्धा की तरफ जानेवाली ट्रेन में छोड दिया. गणेशपेठ पुलिस और क्राईम ब्रांच के दल ने इस बालक को सकुशल नागपुर लाकर आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी का नाम भंडारा जिले के पोरा ग्राम निवासी हंसराज ज्ञानेश्वर दखने (25) है. गणेशपेठ थाना क्षेत्र में रहनेवाली 30 वर्षीय महिला की अपने पति के साथ अनबन रहने से वे पति से अलग रहती है. उसे साढे चार साल का बेटा है. एक माह पूर्व महिला की आरोपी हंसराज के साथ पहचान हुई. पश्चात प्रेमसंबंध निर्माण होने से वे ‘लिव इन’ में रहने लगे. आरोपी ने महिला के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा. लेकिन महिला ने अपने बेटे के साथ उसे स्वीकारने की शर्त रखी. लेकिन हंसराज को साढे चार साल का बेटा रोडा लगने लगा. उसने इस बालक से पीछा छुडाने की साजिश रची. आरोपी ने शुक्रवार 21 जून को दोपहर 3 बजे इस बालक को साथ लिया और शाला में प्रवेश कर देने का कारण बताकर उसे बाहर ले गया. लेकिन आरोपी हंसराज घर अकेला ही लौटा. इस कारण महिला ने अपने बेटे के बारे में पूछताछ की. तब हंसराज ने खापरी के स्वामी विवेकानंद हॉस्पिटल के पास के सीटी बस स्टैंड से अज्ञात तीन आरोपियों ने उस बालक को अगवा किया रहने की जानकारी महिला को दी. इसमें से एक व्यक्ति को बालक ने पापा कहा, ऐसा भी हंसराज ने कहा. तब महिला ने अपने पहले पति से फोन कर पूछताछ की तब उसने बेटे का अपहरण न किया रहने की बात करते हुए पुलिस में शिकायत देने की सलाह दी.
* सकुशल लाया गया नागपुर
महिला द्वारा गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने पर पुलिस ने आरोपी हंसराज दखने को कब्जे में लेकर पूछताछ की तब आरोपी ने नागपुर रेलवे स्टेशन से उस बालक को दोपहर 3 बजे प्लैट फॉर्म क्रमांक 4 से वर्धा की तरफ जानेवाली ट्रेन में बैठाया रहने की जानकारी दी. गणेशपेठ पुलिस और क्राईम ब्रांच पुलिस ने तत्काल इसे गंभीरता से लेते हुए बालक को वर्धा से सकुशल नागपुर ला लिया. इस प्रकरण में महिला की शिकायत पर आरोपी हंसराज के खिलाफ धारा 317, 363, 182 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है.