मनसे नहीं होती तो उद्धव को मुश्किल होती 10 सीटें
मुंबई /दि.26- चुनाव में भले ही राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने शानदार प्रदर्शन न किया हो, लेकिन इस पार्टी ने चुनाव परिणामों पर अहम असर डाला. मुंबई में इसका सबसे अधिक असर देखने को मिला. उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीटों पर जीत मिली, जिनमें से 10 सीटों पर जीत का अंतर एमएनएस उम्मीदवारों द्वारा हासिल किए गए वोटों से कम था. इस कारण से उद्धव की शिवसेना को राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनाए रखने में मदद की. मुंबई की 10 सीटों में से 8 सीटें बेहद करीबी मुकाबलों में शिवसेवा उद्धव जीत पाई.
माहिम – राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने इस सीट से चुनाव लड़ा और 33,062 वोट प्राप्त किए. वहीं, उद्धव सेना के महेश सावंत ने महज 1,316 वोटों से जीत दर्ज की और शिवसेना के सदा सरवणकर को हराया.
वरली – आदित्य ठाकरे ने शिवसेना के मिलिंद देवड़ा को 8,801 वोटों से हराया. एमएनएस के उम्मीदवार संदीप देशपांडे को यहां 19,367 वोट मिले.
विक्रोली – यहां उद्धव सेना के उम्मीदवार ने 15,526 वोटों से जीत हासिल की. उन्हें कुल 66,093 वोट मिले. वहीं, एमएनएस के उम्मीदवार को 16,813 वोट मिले.
दिंडोसी – यहां जीत का अंतर 6,182 वोट का था. शिवसेना यूबीटी उम्मीदवार ने 76,437 वोट हासिल किए. एमएनएस को 20,309 वोट मिले.
वर्सोवा – उद्धव के उम्मीदवार ने 1,600 वोटों से जीत हासिल की और 65,396 वोट प्राप्त किए, एमएनएस के उम्मीदवार को 6,752 वोट मिले.
कलीना – यहां जीत का अंतर 5,008 वोट का था. उद्धव की पार्टी के उम्मीदवार को 59,820 वोट मिले. राज ठाकरे की एमएनएस को 6,062 वोट मिले.
बांद्रा ईस्ट – उद्धव की पार्टी के उम्मीदवार ने 11,365 वोटों से जीत हासिल की. वहीं, एमएनएस उम्मीदवार को 16,074 वोट मिले.
वाणी – शिवसेना यूबीटी के उम्मीदवार ने 15,560 वोटों से जीत दर्ज की. उन्हें कुल 94,618 वोट हासिल हुए. एमएनएस के उम्मीदवार को 21,977 वोट मिले.
गुहागर – यहां एनसीपी शरद गुट उम्मीदवार ने 2,830 वोटों से जीत हासिल की. 71,241 वोट प्राप्त किए. चछड ने 6,712 वोट हासिल किए.