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जबरन रिफायनरी लादोगे, तो महाराष्ट्र फूंक देंगे

उद्धव ठाकरे ने दी राज्य सरकार को चेतावनी

रत्नागिरी/दि.6 – अगर सरकार द्बारा बारसू में जबरन रिफायनरी प्रकल्प को लादा जाता है, तो ठाकरे गुट द्बारा पूरे महाराष्ट्र में आग लगाई जाएगी और सरकार को इसके लिए भारी कीमत अदा करनी पडेगी. इस आशय की चेतावनी शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दी.
बता दें कि, बारसू में प्रस्तावित रिफायनरी प्रकल्प के खिलाफ बारसू गांववासियों में बेहद आक्रामक भूमिका अपनाई है. जिसके चलते कोंकण क्षेत्र में इस समय राजनीति जमकर गर्माई हुई है. वहीं बारसू रिफायनी के खिलाफ आंदोलन कर रहे है. आंदोलनकारियों से मिलने हेतु ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे आज बारसू के दौरे पर पहुंचे. जिनका रत्नागिरी पहुंचने के बाद जगह-जगह पर शानदार स्वागत हुआ. इस दौरान उपस्थितों के साथ संवाद साधते हुए उद्धव ठाकरे ने बेहद आक्रामक रुख अख्तियार किया और कहा कि, बारसू में रिफायनरी प्रकल्प को किसी भी हालत में साकार नहीं होने दिया जाएगा और उसे लेकर सरकार की तानाशाही भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही अगर सरकार बारसू में जबरन रिफायनरी प्रकल्प साकार करती है, तो इसके खिलाफ पूरे महाराष्ट्र में जगह-जगह पर तीव्र आंदोलन किए जाएंगे.
इस समय उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि, यद्यपि इस प्रकल्प के लिए किसी समय खुद उन्होंने ही पत्र लिखा था. लेकिन लोगों के साथ जबर्दस्ती करते हुए प्रकल्प साकार करने के लिए नहीं कहा था. साथ ही उद्धव ठाकरे ने यह चुनौति भी दी कि, जो लोग इस प्रकल्प का समर्थन कर रहे है. उन्होंने पुलिस बंदोबस्त को एक तरफ रखते हुए सामने आकर इस रिफायनरी का समर्थन करके दिखाना चाहिए. ताकि उन्हें असलियत समझ में आए. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने अपने बारसू दौरे के दौरान परिसर में साकार किए गए कातलशिल्प का भी मुआयना किया और कहा कि, यह कातलशिल्प भी प्रस्तावित रिफायनरी की जमीन में आ रहे है, जबकि ये बहुमूल्य विरासत है, जिसका जतन होना चाहिए.
अपने इस दौरे के तहत उद्धव ठाकरे ने एक पत्रकार परिषद को भी संबोधित किया. जिसमें उन्होंने कहा कि, जब उन्होंने नाणार के रिफायनरी प्रकल्प का विरोध किया था, तो उस समय आज के कुछ गद्दारों ने ही उन्हेें बारसू में प्रकल्प साकार करना फायदेमंद रहने की बात कहीं थी. जिसके चलते उन्होंने बारसू में प्रकल्प साकार करने की संभावनाओं को टटोलने हेतु एक पत्र जारी किया था. जिसमें बारसू वासियों के साथ कहीं पर भी जोरजबर्दस्ती करने की बात नहीं कहीं गई थी. परंतु बाद में शिवसेना से गद्दारी करते हुए अपनी सरकार बनाने वाले लोगों ने उसी पत्र को आधार बनाकर बारसू में रिफायनरी प्रकल्प साकार करने की तानाशाही शुरु कर दी है. जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर आज बारसू प्रकल्प के लिए उनके पत्र का हवाला दिया जा रहा है, तो उनके ही कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र में आने के लिए तैयार वेदांत फॉक्सकॉन, बल्क ड्रग पार्क व एयर बस जैसे प्रकल्पों को गुजरात क्यों जाने दिया गया. इसका सीधा मतलब है कि, अच्छे प्रकल्पों को दिल्ली व गुजरात ले जाया जा रहा है और विनाशकारी प्रकल्पों को महाराष्ट्र के माथे पर मारा जा रहा है.

* हेलीकॉफ्टर के पैसे कहां से आए, काम धंधा क्या है?
– विधायक नितेश राणे ने पूछा उद्धव से सवाल
उल्लेखनीय है कि, ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे आज हेलीकॉफ्टर के जरिए मुंबई से रत्नागिरी पहुंंचे. ऐसे में क्षेत्र के भाजपा विधायक नितेश राणे ने उद्धव ठाकरे के हेलीकॉफ्टर से आने पर सवाल उठाते हुए कहा कि, उद्धव ठाकरे कौन सा काम धंधा करते है और उनके पास हेलीकॉफ्टर का किराया देने के पैसे कहा से आए. इस बारे में उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को जवाब देना चाहिए. साथ ही विधायक नितेश राणे ने यह भी कहा कि, किसी समय खुद उद्धव ठाकरे ने रत्नागिरी के बारसू में रिफायनरी प्रकल्प साकार करने के लिए पत्र जारी किया था, लेकिन अपने साथ ही सत्ता चली जाने के बाद उद्धव ठाकरे द्बारा अपनी भूमिका बदली ली गई है और वे बारसू क्षेत्र की जनता को बिना वजह ही भडका रहे है.

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