‘उन’ आरोपियों पर तत्काल हो कार्रवाई
पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने की पुलिस प्रशासन से मांग

* भाजपा की विजय रैली में घायल गजानन रामटेके से की भेंट
अमरावती/दि.27– राज्य में एक बार फिर संविधान विरोधी सरकार सत्ता में आयी है. जिनका उद्देश्य राज्य में दंगे भडकाना है. इसी मानसिकता के तहत तिवसा में गजानन रामटेके पर हमला किया गया है. जिसका हम कडा निशेष करते है और गजानन रामटेके के साथ खडे है. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए तिवसा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रही पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर का कहना रहा कि, इस मामले में पुलिस द्वारा राजनीतिक दबाव के तहत काम किया जा रहा है. यहीं वजह है कि, एट्रॉसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज रहने के बावजूद आरोपियों को रात के समय ही छोड दिया गया.
बता दें कि, तिवसा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में विजयी रहने वाले भाजपा प्रत्याशी राजेश वानखडे की विजयी रैली के दौरान 20 से 25 भिडे समर्थकों को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर के समक्ष कुछ आपत्तिजनक नारेबाजी की थी. जिसे लेकर आपत्ति उठाये जाने पर आंबेडकरी कार्यकर्ता गजानन रामटेके के साथ मारपीठ भी की गई थी. जिसमें गजानन रामटेके बुरी तरह से घायल हुए थे. इस बात का पता चलते ही कांग्रेस नेत्री यशोमति ठाकुर ने विगत 25 नवंबर को तिवसा पहुंचकर गजानन रामटेके के आवास पर भेंट दी और गजानन रामटेके के स्वास्थ्य का हालचाल जानने के साथ ही मोबाइल फोन के जरिए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद से बात भी कही. जिसके तहत कांग्रेस नेत्री यशोमति ठाकुर का कहना रहा कि, यदि दो दिन के भीतर इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो वे अपने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को साथ लेकर सडक पर उतरेंगी और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन भी करेंगे. इस समय कांग्रेस नेत्री यशोमति ठाकुर के साथ तिवसा के नगराध्यक्ष योगेश वानखडे, पूर्व नगराध्यक्ष वैभव वानखडे सहित दिलीप कालबांडे, नरेंद्र विघ्ने, कांग्रेस शहराध्यक्ष सेतू देशमुख व दिलीप शापामोहन के साथ ही कांग्रेस के अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे.