महाराष्ट्र

बीजेपी में अन्य दलों से आए नेताओं को महत्व

प्रस्थापितों को कम महत्व के विभाग

* मंत्री मंडल विभाग वितरण के बाद चर्चा
नागपुर/दि.23– भारतीय जनता पार्टी ने मंत्रीयों के विभाग वितरण में अन्य दलों से आए नेताओं को अहम विभाग सौंप दिए. वहीं प्रस्थापित नेताओं को भी झटके दिए हैं. इन नेताओं को अपना कार्यकाल दुरुस्त करने का स्पष्ट संकेत विभाग वितरण से मिलने का दावा जानकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव हारने वाले सुधीर मुनगंटीवार को दोबारा मंत्री नहीं बनाया गया. वहीं गिरीश महाजन के जलसंपदा विभाग को अलग-अलग हिस्सों मेें बांट दिया गया है. भाजपा के नेताओं में चल बिचल रहने का दावा किया जा रहा है.
राधाकृष्ण विखे पाटील बीजेपी में शामिल हुए तो उन्हें राजस्व, गृहनिर्माण पशु संवर्धन जैसे विभाग दिए गए थे. अब उन्हें केवल जलसंपदा विभाग के दो विभाग का प्रभार दिया गया है. ऐसे ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पराजय के बावजूद पंकजा मुंडे को विधान परिषद में भेजा गया है. उन्हें पर्यावरण और पशु संवर्धन विभाग दिया गया है. दोनों ही खाते खास अहमियत नहीं रखते. कहा जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें आगाह किया है.
दूसरी ओर प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले को राजस्व महकमा दिया गया है. अन्य नेताओं को उतने महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिए गए हैं. उसी प्रकार मंत्री पद से वंचित रहे रवीन्द्र चौहान को अब प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के दावे किए जा रहे हैं.
कांग्रेस से बीजेपी में आए जयकुमार गोरे को ग्राम विकास जैसा अहम महकमा दिया गया है. जबकि गोरे पर कोरोना काल में निधी हडपने का आरोप लगा था. न्यायालय में उनके विरुध्द शिकायत के बाद जांच के आदेश प्रशासन को दिए गए थे. ऐसे ही शिवेन्द्र राजे भोसले को मंत्री पद देकर बीजेपी ने पश्चिम महाराष्ट्र और मराठा समाज को प्रसन्न करने का प्रयत्न किया है. गणेश नाईक को जंगल महकमा सौंपा गया है.

 

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