महाराष्ट्र

कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा में इस बार महत्वपूर्ण बदलाव

सीबीएसई बोर्ड ने लिया बडा फैसला

पुणे/दि.16– कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंडल ने काफी बडा निर्णय लिया है और परीक्षा के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण बदलाव किये है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल यानि सीबीएसई की परीक्षा 15 फरवरी से शुरु हुई है. जिसके पैटर्न में सीबीएसई बोर्ड ने बदलाव किया है. यह बदलाव ऑब्जेक्टीव व सब्जेक्टीव स्तर पर किया गया है. साथ ही इस बार से सीबीएसई ने बहुपर्यायी यानि एमसीक्यू प्रश्नों की संख्या को बढा दिया है तथा वर्णनात्मक यानि डिस्क्रीप्टीव प्रश्नों की संख्या को कम कर दिया है.
इस बार सीबीएससी बोर्ड ने कक्षा 10 वीं की परीक्षा हेतु 50 फीसद प्रश्न योग्यता बेस्ड रखे है. साथ ही केस बेस्ड व सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड प्रश्न भी पूछे जाएंगे. कक्षा 10 वीं की परीक्षा में 20 फीसद प्रश्न बहुपर्यायी तथा 30 फीसद प्रश्न शॉर्ट एण्ड लाँग रहेंगे. इसी तरह कक्षा 12 वीं के पैनर्ट में 40 फीसद प्रश्न योग्यता आधारित रहेंगे तथा 20 फीसद प्रश्न एमसीक्यू एवं 40 फीसद प्रश्न शॉर्ट एण्ड लाँग उत्तरवाले रहेंगे.

* इस बार नहीं रहेगी टॉपर्स की लिस्ट
विशेष उल्लेखनीय है कि, सीबीएसई द्वारा कक्षा 10 वीं व 12 वीं के नतीजे घोषित करते समय टॉपर्स की सूची घोषित नहीं की जाएगी. साथ ही प्रतिशत सहित डिविजन व डिस्टींक्शन मार्क्स भी नहीं बताए जाएंगे. इसके अलावा अंकों के आधार पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी भी नहीं दी जाएगी और 90 फीसद से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दी जाने वाली डिस्टींक्शन श्रेणी भी बंद कर दी गई है. बोर्ड किसी भी विद्यार्थी के अंकों का कोई प्रतिशत नहीं गिनेगी, बल्कि उच्च शिक्षा अथवा नौकरी के लिए कक्षा 10 वीं व 12 वीं के अंकों का प्रतिशत आवश्यक रहने पर संबंधित प्रवेश संस्था या नियुक्ताद्वारा इसकी गिनती की जा सकती है.

Related Articles

Back to top button