महाराष्ट्र

15 दिनों में सौतेले भाई के जैसा बर्ताव करने लगे

निधि वितरण को लेकर अजीत पवार और यशोमती ठाकुर के बीच नोंकझोंक

मुंबई.स./दि.26– वित्त मंत्री के रुप में कमान संभालने के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी राष्ट्रवादी कांग्रेस के बागी आमदारों को निधि वितरित करना शुरु किया है. शिंदे गुट और भाजपा के विधायकों को भी काफी निधि दी है. लेकिन विपक्ष के विधायकों के साथ निधि देते समय भेदभाव किए जाने का आरोप विपक्ष के नेताओं की तरफ से किया जा रहा है. कांग्रेस के नेता बालासाहब थोरात ने भी निधि वितरण को लेकर सरकार पर आरोप किए थे. इन आरोपों का वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने विधानसभा में जवाब दिया. इस जवाब के बाद कांगे्रस की नेता यशोमती ठाकुर व अजीत पवार के बीच नोंकझोंक देखने मिली.
निधि वितरण पर से किए गए आरोपों पर अजीत पवार ने विधानसभा में कहा कि बालासाहब थोरात ने कहा कि सत्तारुढ दल के विधायकों को निधि दी जाती है और विपक्ष के नेताओं को निधि नहीं दी जाती. लेकिन वर्ष 2019-20 और 2021 में निधि वितरण को लेकर जो नियम थे वही नियम हमने कायम रखने का प्रयास किया है. इसमें ज्यादा कोई बदलाव नहीं किया है. अजीत पवार के इस जवाब पर कांग्रेस नेता यशोमती ठाकुर ने आपत्ति दर्ज की. इस पर अजीत पवार ने कहा कि यशोमतीताई आप मेरी बहन समान हो, मेरी बात सुन लें. मेरा सुनने के बाद आपको बोलने का अधिकार है. राज्य में जिस समय कृषि महाविद्यालय मंजूर करना था उसमें कांग्रेस नेता बालासाहब थोरात का भी कृषि महाविद्यालय था. उसे धनंजय मुंडे ने मुख्यमंत्री व उपमुख्मंत्री की अनुमति लेकर मंजूरी दी है.

 

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